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Shantanu Roy
14 July 2022 4:32 PM GMT
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बड़ी खबर
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण मास के पहले दिन करीब 30 हजार भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। मंदिर समिति ने श्रावण मास में गर्भगृह व नंदी हॉल में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित किया है। भक्तों को गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जा रहे हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए समिति ने मंदिर परिसर में भी भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया है। इस व्यवस्था से दर्शनार्थी चलायमान व्यवस्था से भगवान महाकाल के दर्शन करते हुए मंदिर के बाहर निकल रहे हैं। चलायमान व्यवस्था से दर्शनार्थियों को कम समय में सुविधा से भगवान महाकाल के दर्शन हो रहे हैं।
मंदिर के चारों ओर सूचना संकेतक बोर्ड
मंदिर समिति ने इस बार देश विदेश से आने वाले दर्शनार्थियों को व्यवस्थाओं की जानकारी देने के लिए चारों ओर सूचना संकेतक बोर्ड लगाए हैं। इंदौर रोड तथा रेलवे स्टेशन व बस स्टेड की ओर से हरिफाटक ओवर ब्रिच मार्ग पर दोनों ओर के चौराहों से ही सूचना बोर्ड लगाए गए हैं, इस व्यवस्था से दर्शनार्थियों को चारधाम मंदिर पहुंचने में सुविधा हो रही है। चारधाम मंदिर के सामने भी जूता स्टैंड, प्रसाद काउंटर, सामान्य तथा सशुल्क दर्शनार्थियों के प्रवेश द्वार पर भी सूचना बोर्ड लगाए गए हैं।
महाकाल सवारी में डीजे पर रोक- कलेक्टर
14 यूजेजे 25 : त्रिवेणी संग्रहालय में सवारी की व्यवस्था संबंधी बैठक लेते कलेक्टर आशीषसिंह। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी के संबंध में कलेक्टर आशीषसिंह ने गुरुवार को त्रिवेणी संग्रहालय में विभिन्ना् विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने सवारी में डीजे का प्रवेश प्रतिबंधित करने की घोषणा की। प्रशासन प्रति वर्ष सवारी में डीजे शामिल करने पर रोक की घोषणा करता आया है लेकिन हर बार सवारी में डीजे वाहनों की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन को इस पर सख्ती से रोक लगाना चाहिए।
कलेक्टर आशीषसिंह ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि सवारी में केले, नारियल, चॉकलेट तथा अन्य खाद्य सामग्री का वितरण नहीं करें। दो साल के अंतराल के बाद परंपरागत मार्ग से भगवान महाकाल की सवारी निकलने जा रही है। इस परंपरा को गरिमामय व धार्मिक महत्व के साथ जीवंत रखने में सहयोग प्रदान करें। सवारी में भगवान महाकाल की पालकी की सुरक्षा के लिए रस्सा पार्टी तैनात रहेगी। बैठक में निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एसडीएम सतोष टैगोर सहित अन्य अधिकारी, मंदिर के प्रमुख पुजारी, पुरोहित व समिति सदस्य मौजूद थे।
सभा मंडप में सीमित संख्या में प्रवेश
सभा मंडप में होने वाले भगवान महाकाल के मुखारविंद के पूजन के समय सीमित संख्या में प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर ने कहा अधिक संख्या में लोगों के सभा मंडप में एकत्रित होने से पूजन में व्यवधान तथा पालकी लाते वक्त अव्यवस्था उत्पन्ना् होती है। इसलिए सख्ती के साथ व्यवस्था बनाई जाए।
पुजारी नाव से पहुंचेंगे महाकाल पेढ़ी
मोक्षदायिनी शिप्रा के तट पर भगवान महाकाल की पालकी का पूजन करने वाले पुजारियों को झालरिया मठ के सामने शिप्रा तट से नाव में बैठकार रामघाट स्थित महाकाल पेढ़ी लाया जाएगा। भीड़ की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
सवारी के दिन प्रोटोकाल व्यवस्था में परिवर्तन होगा
श्रावण-भादौ मास की प्रत्येक सवारी के दिन मंदिर की प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था में बदलाव होगा। प्रत्येक सोमवार को दिन में दोपहर 2.30 से शाम 4.30 बजे तक तथा शाम को 6 से शाम 7.30 बजे तक प्रोटोकाल दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी।
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