मतदाता ने पूरे जोश के साथ किया मतदान, कैथल जिले में 4.30 बजे तक 67 प्रतिशत मतदान
हरयाणा इलेक्शन न्यूज़: निकाय चुनाव के लिए हुए मतदान में युवा, महिलाओं, बुजुर्गों तथा दिव्यांगों ने उत्साह व उमंग से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनावी समर में मतदान आरंभ होते ही मतदाताओं का मतदान के प्रति जोश स्पष्ट दिखाई दे रहा था। मतदान प्रारंभ होते ही बूथों पर लंबी-लंबी कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मतदान के दौरान महिलाओं, युवाओं तथा बुजुर्ग मतदाताओं में मतदान के प्रति अलग ही जोश नजर आ रहा था। शहर की छोटी सरकार बनाने के लिए मतदाता अपने मतदान के लिए काफी उत्सुक नजर आए। मतदान के दौरान वातावरण शांति पूर्वक संपन्न हुआ। आपसी भाईचारे की मिसाल नजर आई। सभी एक दूसरे का सहयोग कर रहे थे। कैथल जिले की तीनों निकायों कैथल, राजौंद एवं गुहला-चीका में शाम 4:30 बजे तक करीब 67 प्रतिशत से अधिक मतदान हो गया।
मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे ही लंबी कतारे देखने को मिली। दिव्यांग मतदाता पूरे जोश के साथ मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे थे, जहां वोलिंटियर्स तथा हरियाणा पुलिस के जवान उन्हें मतदान करने में हर प्रकार की मदद कर रहे थे। बुजुर्ग महिलाएं भी पूरे जोश से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करवाने के लिए बूथों पर पहुंचे। आज मतदान के दौरान मौसम भी खुशहाल नजर आया, कई स्थानों पर तो इंद्र देव ने हल्की बूंदा-बांदी के दर्शन करवाए। मतदाताओं में वोट डालने का अलग ही जुनून दिखाई दिया। दोपहर में मतदान प्रतिशत की रक्रतार कुछ धीमी पड़ी, जो दोपहर से सायं तक तेज होती गई और इसके बाद मतदान बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लग गई। इस बार जो युवा पहली बार वोट डाल रहे थे, उनके अंदर एक अलग ही अहसास झलक रहा था। अपनी अंगुली पर लगे निशान को युवा वर्ग अपने मोबाइल के माध्यम से सेल्फी ले रहे थे और उसे अपने दोस्तों के साथ सोशल साईटों पर सांझा करके खुशी व्यक्त कर रहे थे। मतदाताओं ने विशेषकर महिला मतदाताओं ने कहा कि मतदान करना हमारा देश के प्रति कर्तव्य बनता है, जिसका निर्वहन हम सभी ने किया है। महिलाओं में भी भारी उत्साह नजर आया।
बुजुर्ग मतदाताओं को उनके परिजन मतदान केंद्रों तक लाएं और कई मतदान केंद्रों पर परिवार की तीन पीढिय़ों ने इक्_द्दा मतदान किया। मतदान के दौरान बुजुर्ग महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मतदान किया और युवा वर्ग को भी मतदान करने की सशक्त प्रेरणा दी। कई मतदान केंद्रों पर महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी लेकर पहुंची और उन्हें भविष्य में इसी तरह मतदान प्रक्रिया में शामिल होने की प्रेरणा दी। मतदान के दौरान प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए थे।