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गुरूग्राम में 141 करोड़ रू की दो परियोजनाएं जनता को समर्पित

Shantanu Roy
5 Nov 2022 6:58 PM GMT
गुरूग्राम में 141 करोड़ रू की दो परियोजनाएं जनता को समर्पित
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चंडीगढ़। हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूग्राम में लगभग 141 करोड़ रूपए की लागत से तैयार हुई दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं नामतः बसई चौक पर नवनिर्मित फलाईओवर तथा मुख्य बस अड्डे के पास बनाए गए महावीर चौक अंडरपास प्रदेशवासियों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 8 साल पहले गुरुग्राम को एक विकसित शहर बनाने की जो यात्रा शुरू हुई थी उसमें आज एक नया अध्याय जुड़ गया है। समर्पित की गई परियोजनाओं से लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बसई फलाईओवर का फीता काटकर उसका उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने वहीं पर आयोजित कार्यक्रम में दोनो परियोजनाए प्रदेशवासियों को समर्पित की। इस मौके पर गांव बसई के मौजीज व्यक्तियों ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर गांव बसई तथा आस-पास के क्षेत्रवासियों की तरफ से सम्मानित किया। ग्रामीणों ने कार्यक्रम मे उपस्थित गुरूग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा कृषि उद्यम के चेयरमैन राकेश दौलताबाद तथा गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल को भी पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया।
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में करवाए गए गुरूग्राम के विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज दो बड़ी परियोजनाओं के लोकार्पण से गुरूग्राम शहर विकास के मामले में दो कदम और आगे बढ़ गया है। उन्होंने पिछली सरकारों और वर्तमान भाजपा सरकार की कार्यशैली में अंतर के बारे में कहा कि वर्ष 2014 से पूर्व की सरकार के समय गुरुग्राम को एक कामधेनु गाय की तरह समझा जाता था, जिसका सिर्फ दोहन किया गया। उस समय इस शहर की देखभाल के लिए योजनाएं नहीं बनाई गई और बनी भी होंगी तो लागू नहीं की गई। उन्होंने कहा कि 2014 में हमारी सरकार आने के बाद गुरुग्राम में विकास व उससे जुड़ी योजनाओं को विस्तार देने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) का गठन किया ताकि इस शहर के विकास की योजनाएं यहीं बने और यहीं पर स्वीकृत हों। इसके लिए चण्डीगढ़ फाईल ना भेजनी पडे़। जीएमडीए के गठन से गुरूग्राम के विकास को गति मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के समय पुराने गुरूग्राम शहर और नए गुरूग्राम में जो अंतर था, वर्तमान सरकार ने उस अंतर को पाटने का काम किया है। पुराने शहर के लिए भी योजनाएं बनाई और लागू की हैं। उन्होंने रोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर और मैट्रो विस्तार की परियाजनाओं का भी उल्लेख किया और कहा कि हुडा सिटी सैंटर मैट्रो स्टेशन से गुरूग्राम का पूरा राउंड लेतेे हुए पालम विहार क्षेत्र को जोड़कर दिल्ली के द्वारका सैक्टर-21 तक मैट्रो लाईन बिछाने की परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। जब केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना लागू की तो उसमें गुरूग्राम को शामिल नहीं किया गया क्योंकि हम गुरूग्राम को स्मार्ट नहीं स्मार्टेस्ट सिटी बनाएंगे। स्मार्ट सिटी के लिए तो केंद्र सरकार 500 करोड़ रूपए की राशि देती है जबकि गुरूग्राम में तो हजारो करोड़ रूपए की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
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