हरियाणा

सीवेज प्लांट टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस से दो भाइयों की मौत

Kunti Dhruw
26 March 2022 2:55 PM GMT
सीवेज प्लांट टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस से दो भाइयों की मौत
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हरियाणा स्थित मेवात के नूंह (Nuh) के जोगीपुर रोड (Jogipur Road) पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट टैंक (Sewage Treatment Plant) की सफाई के दौरान, जहरीली गैस (Poisonous Gas) की चपेट में आने से दो भाइयों की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना में मृतकों की पहचान जावेद उम्र 35 साल और उनके छोटे भाई जाहिद उम्र 25 साल के रूप में हुई है. दोनों भाई नूंह के सादाई गांव का रहने वाले हैं और प्लांट में पंप ऑपरेटर और माली का काम करते थे.

हादसे के संबंध में पुलिस ने दी यह जानकारी
पुलिस ने इस संबंध में बताया कि, "टैंक की सफाई के दौरान मृतकों ने मास्क, बेल्ट और जूते जैसे कई महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण नहीं पहना था." मृतकों के परिवार वालों की शिकायत पर पुलिस ने प्लांट के इंजीनियर पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है.
वहीं पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि, "प्लांट के इंजीनियर ने दोनों युवकों के बार-बार मना करने के बावजूद टैंक में प्रवेश करने के लिए दबाव डाला, इस दौरान उसने आग लगाने की भी धमकी दी. नूंह सिटी के एसएचओ बिजेंद्र सिंह ने कहा, "पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के अधीन आने वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की सफाई के दौरान यह हादसा हुआ. दोनों भाइयों में से एक पहले टैंक में घुसा और टैंक की सफाई करने लगा. लेकिन तल में जमे पानी की सफाई के लिए जब वह नीचे गया, तो उसे अचानक चक्कर आने लगा और वह बेहोश हो गया." उन्हों ने आगे कहा कि, "वहीं दूसरा भाई जब उसको निकालने के लिए नीचे गया, तो वह भी टैंक में बनी जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गया."
पुलिस ने कहा कि, उन्हें शाम 5.45 पर इस घटना की सूचना मिली, मौके पर दमकल विभाग की टीम को भी मदद के लिए बुलाया गया था. दोनों भाइयों में से जावडे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जाहिद की नालहर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई.
मृतक भाइयों के पिता ने यह कहा
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, मृतक भाइयों के पिता हामिद ने कहा, "आरोपी ने दोनों भाइयों को टैंक में प्रवेश ना करने पर, उन्हें बर्खास्त करने की धमकी दी. वह टैंक की सफाई दौरान पैदा होने वाली जोखिमों से परिचित थे, इसलिए वह ऐसा नहीं करना चाहते थे." उन्होंने आगे कहा कि, "उन दोंनों को अंदर जाने के लिए मजबूर किया गया, यह यह अत्यंत दुखद है." हामिद ने कहा कि, "उनकी मौत के बाद, उनके परिवार और बच्चों की देखभाल कौन करेगा?" उन्होंने ने बताया कि, "जाहिद के पांच बच्चे हैं और जावेद के दो छोटे बच्चे हैं, मुझे उम्मीद है कि सरकार हमारे परिजनों को कुछ मुआवजा या नौकरी देगी."


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