हरियाणा
फरीदाबाद का यह किसान, पैतृक जमीन पाने के लिए सालों से भटक रहा, लगाईं सरकार से गुहार
Manish Sahu
21 Aug 2023 11:47 AM GMT
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हरियाणा: एक किसान के लिए उसकी जमीन से बढ़कर कुछ नहीं होता. यही उसके लिए जीने का सहारा होती है, जिसकी मदद से वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता है. ऐसे में यदि किसान से उसकी जमीन छीन ली जाए तो उसके लिए इससे बड़ा दर्द कोई नहीं होगा. कुछ ऐसा ही मामला फरीदाबाद से सामने आया है.
फरीदाबाद के बुढेना गांव के रहने वाले रामवीर पुश्तैनी जमीन पर मालिकाना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर हैं. रामबीर का आरोप है कि फरीदाबाद हुड्डा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से वह अपनी पुश्तैनी जमीन पर मालिकाना हक हो चुके हैं. हालांकि, इस बीच रामवीर ने आरटीआई और तमाम दस्तावेजों के माध्यम से कई जगह गुहार लगाई, परंतु निराशा ही हाथ लगी है.
बताया कि दस्तावेजों में आज भी उस जमीन पर नाम रामवीर का नाम डाला हुआ है. बावजूद उसके धरातल पर उसे जमीन के ऊपर अधिकारियों की मिलीभगत के चलते फैक्ट्रियां बनी हुई हैं. इसी को लेकर आज रामवीर हताश और निराश होकर मीडिया के माध्यम से सरकार से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं और इस पूरे मामले में सीबीआई और एसआईटी जांच की मांग कर रहे हैं.
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर रामवीर के वकील एपी सिंह ने आरोप लगते हुए कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत और भ्रष्टाचार के चलते रामवीर अपनी जमीन पर मालिकाना हक पाने में असमर्थ हैं. कागजों में तो रामबीर को मालिकाना हक प्राप्त है. लेकिन जमीनी स्तर पर रामवीर मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है. कई दस्तावेजों के माध्यम से यह सब पता चलता है कि इस जमीन के मालिक रामवीर हैं.
बड़ी अदालतों का दरवाजा खटखटाएंगे
वकील ने कहा कि वह मीडिया के माध्यम से सरकार से अपील कर रहे हैं कि 10 दिनों में रामवीर को न्याय मिलना चाहिए, यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से इस लड़ाई को लड़ेंगे और सच्चाई के साथ रामवीर को न्याय दिलाएंगे.
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