Rajasthan News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 जुलाई को अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर राजस्थान और पंजाब के साथ- साथ गुजरात और हरियाणा को भी बड़ी सौगात देंगे। 1257 km लंबे इस एक्सप्रेसवे पर पांच बीघा जमीन को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है और इसी जगह से पीएम मोदी इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे।
क्या है पूरा मामला
दरअसल जयपुर रोड़ से जब किसी को नागौर, जाेधपुर और जामनगर जाना हो ताे उसे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे की बनी साइडलेन से चढ़ने काे रास्ता नहीं मिलेगा क्याेंकि वाे लेन बनी ही नहीं। उसमें सात रसूखदाराें की पांच बीघा जमीन के मुआवजे काे लेकर विवाद चल रहा है।
अगर नौरंदेसर से किसी को जामनगर की ओर जाना है तो NHAI ने एक वैकल्पिक मार्ग बनाया है। वहां अस्थायी टोल भी बनाया है जहां से टोल वसूला जाएगा। कायदे से टोल का एक राष्ट्रीय पैमाना और सिस्टम है। उस सिस्टम के बिना टोल वसूली नहीं हो सकती है।
अगर किसी को अमृतसर की ओर जाना है तो लिंक रोड़ बनकर तैयार है और वाहन चालक इसका इस्तेमाल कर एक्सप्रेस-वे पर आसानी से चढ़ सकते हैं। हैरानी की बात ये है कि जाे लिंक राेड़ दाे सालाें से अपूर्ण है इसके निर्माण पर किसी तरह का न्यायालय का स्टे भी नहीं है। सिर्फ मुआवजे का मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन रसूखदार लाेग इसका निर्माण भी नहीं हाेने दे रहे हैं।
जिस एसडीएम और प्रशासन ने गरीब और कमजोर तबके के लोगों की जमीन लेने में कुछ दिन नहीं लगाए वही प्रशासन और भाजपा के कुछ नेता इन लोगों के आगे बौने साबित हो रहें हैं। इन लाेगाें के कुछ बड़े बीजेपी नेताओं से संपर्क बताए जा रहे हैं। प्रशासन से लेकर बीजेपी नेता इस बात को पूरी तरह दबाने की फिराक में है कि प्रधानमंत्री को नौरगंदेसर के पास चल रहे विवाद की जानकारी ना हो।
अस्थाई रोड़ के लिए 5 करोड़ खर्च
श्रीडूंगरगढ़ से आते समय अगर किसी को अमृतसर की ओर जाना हो तो उसके लिए लिंक रोड़ है। आसानी से टोल काटकर चढ़ सकते हैं। जामनगर से कोई अगर आ रहा है और नौरंगदेसर पर उतरना है तो भी कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अगर किसी को नौरंदेसर से नागौर की ओर जाने के लिए एक्सप्रेसवे पर चढ़ना है तो NHAI के मैप में जो टोल और लिंक रोड़ होना चाहिए वो ही नही हैं और यही पूरा विवाद हैं।
NHAI ने 5 कराेड़ रुपए खर्च कर वैकल्पिक अस्थायी राेड़ बनाई है। ये वाे जमीन है जाे एनएचएआई ने अतिरिक्त भूमि अधिग्रहीत की थी। हैरानी की बात है कि अमृतसर से जामनगर तक पूरे एक्सप्रेस-वे पर कहीं विवाद नहीं है और ना ही कहीं पर काम अधूरा लेकिन जहां पीएम मोदी लाेकार्पण करेंगे