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फाइनल में पहुंचा बेटा तो तिरंगा लेकर नाची मां, रोहतक में अमित पंघाल के घर पर जश्न

Gulabi Jagat
6 Aug 2022 3:01 PM GMT
फाइनल में पहुंचा बेटा तो तिरंगा लेकर नाची मां, रोहतक में अमित पंघाल के घर पर जश्न
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हरियाणा न्यूज
रोहतक: 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में अमित पंघाल (Boxer Amit Panghal) ने रजत पदक हासिल किया था. कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल मुकाबले में पहुंचने पर अमित पंघाल के पिता विजेंद्र पंघाल का कहना है कि बेटे ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. उनका कहना है कि टोक्यो ओलंपिक में जो कमी रह गई थी, उसे अब पूरा करेगा.
अमित पंघाल का पूरा परिवार रोहतक में उनके घर पर साथ बैठक मैच देख रहा था. अमित की जीत के साथ ही सभी लोग खुशी से उछल पड़े. अमित की मां उषा देवी हाथ में तिरंगा लेकर बेटे का मैच देख रही थी. जैसे ही अमित फाइलन में पहुंचे मां तिरंगा लेकर नाचने लगी. मां ऊषा देवी ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स में जाने से पहले अमित ने कह दिया था कि इस बार वह मेडल का रंग बदलकर लाएगा. यानि पिछली बार रजत पदक जीता था, इस बार गोल्ड जीतकर आयेगा.
मां खीर चूरमा से करेगी स्वागत- ऊषा देवी ने बताया कि अमित को खीर और चूरमा बहुत पसंद है. जब वह मेडल जीतकर घर लौटेगा तो जोरदार स्वागत के साथ उसका मुंह खीर-चूरमा से ही मीठा कराएंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अमित पंघाल महीनों घर से बाहर रहा. वो पटियाला में अभ्यास करता है. कोई बेहद जरूरी काम होने पर ही वो घर आता है. अमित पूरा फोकस अपनी प्रेक्टिस पर ही रखता था.
पिता को भरोसा गोल्ड मेडल का- अमित पंघाल के पिता विजेंद्र सिंह ने कहा कि आज अमित ने बेहतर खेल दिखाया. उनकी रोजाना मोबाइल पर अमित से बात होती रहती है. इस दौरान उसकी तैयारी को लेकर ही ज्यादा चर्चा होती है. अमित इस बार पूरा कॉन्फिडेंट दिख रहा है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार वो गोल्ड मेडल जीतेगा.
रोहतक में अमित का मैच देखते घर वाले.
अमित पंघाल रोहतक के रहने वाले- बॉक्सर अमित पंघाल मूल रूप से रोहतक के मायना गांव (Amit Panghal Village Name) के रहने वाले हैं. उनका जन्म 16 अक्टूबर 1995 को हुआ था. गांव में कोच अनिल धनखड़ ने प्राइवेट बॉक्सिंग एकेडमी शुरू की थी. अमित के भाई अजय ने यहां प्रेक्टिस शुरू की. कुछ दिनों की प्रेक्टिस के बाद 2006 में अमित भी वहां जाने लग गया. दोनों भाइयों ने एक साथ प्रेक्टिस की और स्टेट बॉक्सिंग चैंपियन बन गए. बाद में भाई अजय ने बॉक्सिंग छोड़ दी थी. इसके बाद अमित पंघाल का सिलसिला लगातार जारी रहा.
अमित पंघाल की उपलब्धियां- युवा बॉक्सर अमित पंघाल वर्ष 2017 में उस समय चर्चा में आये थे, जब एशियन चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल हासिल किया था. उसके बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल, वर्ष 2018 में एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल, 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल, 2019 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और वर्ष 2021 में सिल्वर मेडल हासिल किया.
अमित पंघाल की उपलब्धियां.
करियर की शुरूआत में ही दिसंबर 2009 में औरंगाबाद में हुई 25वीं सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अमित पंघाल ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. 2010 में चेन्नई और वर्ष 2011 में पुणे में हुई सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. इसी के साथ राज्य स्तर की चौंपियनशिप में भी उसका बेहतरीन प्रदर्शन जारी रहा. 2012 में पटियाला में हुई 45वीं जूनियर बाक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया. इसी साल विशाखापट्टनम में हुई प्रथम डॉ. बीआर अंबेडकर ऑल इंडिया पुरूष बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया. इसके बाद अमित पंघाल का सफर यहीं नहीं रूका और राज्य स्तरीय अनेक चैंपियनशिप में उसे बेस्ट बॉक्सर का खिताब हासिल हुआ.
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