बैराज का रिवर बेड 14 मीटर नीचे गया, हो सकता है भारी नुकसान
यमुनानगर। देश के 5 राज्यों में पानी का बंटवारा करने वाला हथिनी कुंड बैराज सुरक्षित नहीं है। बैराज को खतरा होने लगा है। अगर जल्दी ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में भारी तबाही हो सकती है। यमुनानगर में हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड सीमा पर स्थित हथिनी कुंड बैराज का निर्माण 9 जुलाई 1999को तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने किया था। यह बैराज रिकॉर्ड 3 वर्ष में तैयार करवाया गया था। 1999 के बाद लगातार आने वाली बाढ़ से इस बैराज का रिवर बेड लगातार नीचे जा रहा है।
इस बैराज से नीचे ताजे वाला में 2010 में आई बाढ़ में ताजेवाला का स्ट्रक्चर बह गया था। उसके बाद इस बैराज का बेड और भी नीचे जा चुका है। 1999 में जब इस बैराज का निर्माण हुआ था उस समय इसका रिवर बेड 329 मीटर पर था, जबकि इस समय यह 14 मीटर नीचे जा चुका है। बैराज की कटेन वाल 310 मीटर पर है, मात्र 4 मीटर नीचे।