हरियाणा
अंबेडकर की मूर्ति तोड़ कर सिर ले गए शरारती तत्व, 4 महीने में दूसरी घटना होने से भड़के ग्रामीण
Shantanu Roy
12 Aug 2022 4:07 PM GMT
x
बड़ी खबर
पलवल। जिले के होडल के गांव सौंध स्थित चमन कुंड मंदिर पर स्थापित डा.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा की गर्दन तोड़ कर सिर गायब करे के मामले को लेकर गांव में तनाव बढ़ गया है। इसी मंदिर में तीन महीने पहले 14 अप्रैल को भी इस मूर्ति को तोड़ने का मामला सामने आया है। जिला प्रशासन द्वारा इसे दोबारा स्थापित किया गया, लेकिन बीती रात इस दूसरी मूर्ति की गर्दन को ही अलग कर दिया। लोगों ने मामले में लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। सूचना मिलने के बाद उपमंडल अधिकारी डॉ. चिनार, होडल डीएसपी सज्जन सिंह और मुडकटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची । पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों को चौबीस घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं प्रशासन द्वारा मूर्ति को जल्द ही स्थापित करने का आश्वासन दिया गया है।
मूर्ति का सिर ढूंढने के लिए पुलिस ने चलाया सर्च अभियान
गौरतलब है कि करीब 4 महीने पहले इसी जगह पर अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर तोड़ा गया था। तब इस मामले में एक महापंचायत भी की गई थी और जिला प्रशासन द्वारा भीमराव अंबेडकर की दूसरी प्रतिमा लगवाई गई थी। इस प्रतिमा के चारों तरफ लोहे की जाली भी लगवाई गई। उसके बाद भी प्रतिमा की गर्दन को अलग करने की घटना सामने आई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति से अलग हुए सिर की काफी तलाश भी की, लेकिन वहां सिर नहीं मिल पाया। उपमंडल अधिकारी डॉ. चिनार ने कहा कि किसी शरारती तत्वों ने प्रतिमा के सिर को अलग कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों से बात कर जल्द ही अंबेडकर की नई प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
ग्रामीणों का आरोप, पुलिस ने पहले नहीं की थी कार्रवाई
होडल डीएसपी सज्जन सिंह ने कहा कि इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है और पहले भी यह मूर्ति तोड़ी जा चुकी है। उन्होंने माना कि इस मामले में पुलिस से पहले कुछ चूक रह गई होगी, लेकिन अब गांव के लोगों की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि यदि पुलिस ने पहले मूर्ति तोड़ने वालों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एक्शन लिया होता तो ऐसी घटना दोबारा नहीं होती।
Next Story