हरियाणा

मौत के कुएं में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बाल-बाल बची NDRF जवानों की जान

Gulabi Jagat
25 May 2022 7:05 AM GMT
मौत के कुएं में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बाल-बाल बची NDRF जवानों की जान
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मौत के कुएं में रेस्क्यू ऑपरेशन
हिसार: स्याहड़वा गांव में मिट्टी गिरने से कुएं में दबे (hisar well accident) किसान जयपाल का शव निकालने के लिए लगातार चौथे दिन भी सर्च ऑपरेशन (Rescue Of Army and NDRF Continues) जारी है. मंगलवार रात बचाव दल को किसान जयपाल का शव नजर आया था. बचाव दल मात्र डेढ़ फीट दूर थे लेकिन देर रात एक बार फिर मिट्टी खिसक गई. जिसकी वजह से 5 फीट तक फिर कुएं में मिट्टी भर गई. बताया जा रहा है कि सेना और एनडीआरएफ की टीम किसान जयपाल हुड्‌डा की बॉडी के पास पहुंच कर हाथ से मिट्‌टी हटाने में लगे थे. कुएं में रजवाहे की तरफ की मिट्‌टी की थेह (ढाह) गिरी है. इस दौरान कुएं में नीचे काम कर रहे जवानों को भी काफी मुश्किलों के बाद बाहर निकाला जा सका.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान खराब हुई पोकलेन मशीन- वहीं मृतक किसान जयपाल का शव अब फिर से मिट्‌टी के नीचे दब गया है. इसे निकालने के लिए दो पोकलेन मशीनों को मिट्‌टी खुदाई के काम में लगाया गया था. इस बीच ऑपरेशन के दौरान एक मशीन खराब हो गई. अचानक मिट्‌टी गिरने से कई जवान की जान पर बन आई थी. हालांकि जवानों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया.

रेस्क्यू टीम जैसे ही शव के पास पहुंची वैसे ही रजवाहे की तरफ की ढाह गिर गई.
माइक से अनांउस कर मंगाए गए ट्रैक्टर- लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट कर गांव के लोगों से 10 से 12 ट्रैक्टर लेकर घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा गया. इन ट्रैक्टरों की मदद से कुएं में भरी मिट्‌टी को निकाला जा रहा है. फिलहाल खबर लिखे जाने तक मिट्टी को रोप अप लिफ्टिंग के जरिये बाल्टी से निकाला जा रहा है. गौरतलब है कि रेतीली मुट्टी होने के कारण सेना और एनडीआरएफ की टीम को इस ऑपरेशन में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा खराब मौसम और बिजली के कट भी मुश्किलें पैदा कर रहे हैं.
हादसे को हुआ 72 घंटे से ज्यादा का वक्त- रविवार सुबह 7 बजे स्याहड़वा गांव (Village Syhadwa of hisar) के जयपाल और जगदीश खेत में बने एक गहरे कुएं में किसी काम से उतरे थे. वहीं दो-तीन व्यक्ति कुएं के ऊपर ही मौजूद थे. दोनों 40 फुट नीचे कुएं में काम कर ही रहे थे कि कुएं की मिट्टी धंस गई. जिसके चलते जयपाल और जगदीश मिट्टी के नीचे दब (Two laborers buried in well in Hisar) गए. कुएं के ऊपर मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लेकिन कामयाबी ना मिलने पर सेना और एनडीआरएफ ने बुलाया. सेना और एनडीआरएफ का ये ऑपरेशन चौथे दिन (rescue operation in hisar accident) भी जारी है.
एक शव पहले हो चुका है बरामद: स्याहड़वा गांव में कुएं में दबे दो व्यक्तियों में से जगदीश का शव सोमवार सुबह निकाल लिया गया था. सेना और एनडीआरएफ के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार सुबह लगभग साढ़े चार बजे शव को बरामद किया. वहीं दूसरे की तलाश भी लगभग पूरी हो चुकी है लेकिन रेतीली मिट्टी होने के कारण इस ऑपरेशन में वक्त लग रहा है.
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