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पानीपत। पानीपत जिले में पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह के सरगना बर्खास्त सिपाही को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी पवन राणा रोहतक की भरत कॉलोनी का रहने वाला है। आरोपी हरियाणा मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट बनाकर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि पवन राणा 2004 में हरियाणा पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। लंबे समय तक गैरहाजिर रहने के कारण साल 2014 में उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
उसने साल 2011 में फिटजी काउंसिल स्कूल एजुकेशन के नाम से सोसायटी रजिस्टर्ड करवाई। 2016 में इसका नाम बदलकर काउंसिल ऑफ स्कूल एजुकेशन रख लिया। पवन राणा रोहतक के सेक्टर-3 में ऑफिस खोलकर हरियाणा बोर्ड ओपन के फार्म भरवाकर बच्चों के पेपर करवाने लगा। इसमें मोटी कमाई होने के कारण उसने पानीपत की भाटिया कॉलोनी के हरीश मित्तल और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर योजना बनाई। उन्होंने फर्जी मार्कशीट बेचने के फर्जीवाड़े को अंजाम देना शुरू कर दिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अब तक 700 फर्जी मार्कशीट तैयार कर लाखों रुपए लेकर गिरोह के गुर्गों को दे चुका है। शिकायतकर्ता बलवान निवासी बीबीपुर कुरुक्षेत्र ने 10 मई को शिकायत में बताया था कि वह करनाल टोल प्लाजा पर प्राइवेट नौकरी करता है। उसे 12वीं कक्षा की मार्कशीट की जरूरत थी। 3 माह पहले उसे पता चला कि पानीपत में रामलाल चौक पुरानी कोर्ट रोड पर ग्लोबल एजुकेशन के नाम से ऑफिस है। वहां पर ओपन की परीक्षाएं करवाई जाती हैं। वह ऑफिस में गया, जहां हरीश मित्तल नाम का युवक मिला।
उसने हरीश को बताया वह 12वीं करना चाहता है और पेपर देने के लिए तैयार है। हरीश ने दस्तावेज, आधार कार्ड, फोटो इत्यादि के अतिरिक्त डेढ़ लाख रुपए खर्च बताया। अगले दिन दोस्त टिंकू निवासी मतलौडा के साथ वह ऑफिस में गया और हरीश को सारे दस्तावेज और डेढ़ लाख रुपए दे दिए। दो माह बाद वह ऑफिस में गया तो हरीश ने उसे 12वीं की मार्कशीट थमा दी। उसने हरीश से पूछा पेपर तो हुए नहीं तो हरीश ने जवाब देते हुए कहा कि कोई बात नहीं, मार्कशीट असली है। उसने मार्कशीट की जांच करवाई तो मार्कशीट नकली निकली।
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