हरियाणा

आतंकवादी से पूछताछ में हुआ खुलासा, 10वीं पास आतंकी ने नुपुर शर्मा को मारने के लिए बनाई ऐप

Admin Delhi 1
13 Aug 2022 1:02 PM GMT
आतंकवादी से पूछताछ में हुआ खुलासा, 10वीं पास आतंकी ने नुपुर शर्मा को मारने के लिए बनाई ऐप
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सिटी क्राइम न्यूज़: बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रचने के मामले में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक इस्लामिक आतंकवादी को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है। पता चला है कि जिस आतंकी को गिरफ्तार किया गया है, वह जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ा है। पूछताछ में उसने नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश करना कबूल किया है। इसके साथ ही उसने कई बड़े खुलासे भी किया है। पकड़ा गया जैश आतंकी (Jaish-e-Muhammad terrorist) की पहचान मोहम्मद नदीम नाम के रूप में हुई है। पूछताछ में सामने आया है सिर्फ दसवीं पास मोहम्मद नदीम बेहद हाईटेक आतंकी है। नदीम एक एप्लीकेशन के जरिए पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात करता था और संपर्क में रहता था, खास बात यह है कि इस एप्लीकेशन को उसने खुद बनाया था। नदीम को तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) द्वारा फिदायीन हमले के लिए 100 लोगों को प्रशिक्षित करने का काम दिया गया था। जानकारी के मुताबिक नदीम के संपर्क में 30 लोगों की टीम थी, जिसके लिए उसने वर्चुअल नंबर बनाए थे।

इन 30 लोगों को शॉर्ट वीडियो बनाकर फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी जा रही थी और इस कोर्स का नाम फिदायीन रखा गया। नदीम को विशेष रूप से यूपी और उत्तराखंड में भर्ती का जिम्मा सौंपा गया था। इसके मोबाइल से कुछ लोगों की प्रोफाइल डिटेल भी मिली है, जो टीटीपी के सैफुल्ला से भर्ती करने की बात कर रहा है। यूपी एटीएस ने जैश और तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े एक संदिग्ध मोहम्मद नदीम को शुक्रवार को गिरफ्तार (Arrested) किया। वह सहारनपुर के ग्राम कुंडा कलां का रहने वाला है। दरअसल यह नदीम का ननिहाल है, जहां वह बचपन से ही अपने माता-पिता के साथ रह रहा था। नदीम के 4 और भाई हैं, जिनमें से एक देहरादून में रहता है। पुलिस ने नदीम के साथ उसके भाई तैमूर को भी हिरासत में लिया था, जिसे छोड़ दिया गया है।

यूपी एटीएस ( UP ATS) ने करीब 6 दिन पहले उसे घर से गिरफ्तार किया था, उसके मोबाइल से फिदायीन हमले की ट्रेनिंग से जुड़े कुछ वीडियो, नूपुर शर्मा की फोटो, 30 से ज्यादा वर्चुअल नंबरों की जानकारी मिली है। ये नंबर नदीम ने पाकिस्तान में बैठे तहरीक-ए-तालिबान से जुड़े अपने कमांडर के कहने पर बनाए और अपने अलग-अलग शहरों में रहने वाले स्लीपर सेल को दे दिए। इन वर्चुअल नंबरों के जरिए नदीम फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दे रहा था।

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