हरियाणा

पटियाला झड़प और हिंसा मामले पर सुरजेवाला ने दी प्रतिक्रिया- देश विरोधी ताकतों के आगे सरकार का मूकदर्शक बने रहना चिंताजनक

Gulabi Jagat
1 May 2022 3:15 PM GMT
पटियाला झड़प और हिंसा मामले पर सुरजेवाला ने दी प्रतिक्रिया- देश विरोधी ताकतों के आगे सरकार का मूकदर्शक बने रहना चिंताजनक
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पटियाला झड़प और हिंसा मामले पर सुरजेवाला ने दी प्रतिक्रिया
चंडीगढ़: पटियाला झड़प और हिंसा मामला (patiala clash and violence) तूल पकड़ता जा रहा है. इस घटना के बाद से सियासी माहौल गरमाया हुआ है. इस मामले को लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया (randeep surjewala on patiala violence) दी. राणदीप सुरजेवाला ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
सुरजेवाला ने कहा कि देश तोड़ने वाली ताकतें खालिस्तान के नारे लगाए और सरकार मूकदर्शक बनी रहे. इससे बुरी बात देश के लिए हो ही नहीं सकती. पंजाब के बहादुर लोगों ने हमेशा देश की रक्षा की है. पंजाब और पंजाबियत ने हमेशा बहादुरी से हर हमले का सामना किया है. पाकिस्तान ने पंजाब के जरिए भारत को तोड़ने का षड्यंत्र किया था. उसमें देश के हजारों लोगों ने जान दी. यहां तक की हमारे पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के शरीर के टुकड़े टुकड़े हो गए थे, उन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी देकर पंजाब में शांति बहाली की.देश विरोधी ताकतों के आगे सरकार का मूकदर्शक बने रहना चिंताजनक- सुरजेवाला
राजीव गांधी ने राजीव लोंगोवाल समझौता साइन किया. उस शांतिप्रिय पंजाब में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे गूंजे तो ये किसी भी भारतीय को मंजूर नहीं हो सकता. पंजाब के मुख्यमंत्री को ये मामला सिर्फ पुलिस पर नहीं छोड़ना चाहिए. मुख्यमंत्री को उन सभी ताकतों का संज्ञान लेना चाहिए, जो भारत विरोधी गतिविधियां कर रहे हैं. इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि दोबारा फिर भारत की संप्रभुता को चुनौती देने का साहस किसी में ना हो.- रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस महासचिव
क्या है पूरा मामला? बता दें कि सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत पन्नू के विरोध में शुक्रवार को पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला जाना था. इसकी जानकारी के बाद सिख संगठनों ने इसका विरोध किया. इस बीच शिवसेना (हिंदुस्तान) और सिख संगठनों के बीच हिंसक झड़प हुई. हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा, साथ में इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी. इस घटना के बाद अफसरों पर गाज भी गिरी. पटियाला आईजी राकेश अग्रवाल को हटाने के बाद सीनियर एसपी और सिटी एसपी को भी हटा दिया गया है.
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