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हरियाणा | अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित नूंह जिले में एक होटल-एवं-रेस्तरां सहित उन कई अवैध ढांचों को रविवार को ढहा दिया, जहां से पिछले सप्ताह की शुरुआत में झड़पों के दौरान एक धार्मिक यात्रा पर कथित तौर पर पथराव किया गया था। हिंसा के पिछले सप्ताह चरम पर होने के दौरान गुरुग्राम के सेक्टर-57 में एक मस्जिद को जलाने और उसके नायब इमाम की हत्या के मामले में चार युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में तिगरा गांव में हिंदू समुदाय की एक महापंचायत भी हुई। महापंचायत में शामिल होने वाले लोगों का दावा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। रविवार को नूंह में ध्वस्तीकरण अभियान का चौथा दिन रहा। उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि अवैध रूप से निर्मित 162 स्थायी और 591 अस्थायी ढांचे को ढहा दिया गया तथा 37 स्थलों पर 57.5 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य साकेत गोखले और कुछ अन्य लोगों ने विध्वंस अभियान पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि इसमें केवल एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया गया है।
गोखले ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले दो दिनों से, नूंह जिला प्रशासन मुसलमानों के घरों और दुकानों को ध्वस्त कर रहा है, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे अवैध अप्रवासी और रोहिंग्या हैं जो सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं।’’ उन्होंने ट्विटर पर यह भी कहा कि उन्होंने नूंह के उप-मंडलीय मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है। पुलिस ने निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के चार सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल को नूंह जिले के निकट हिंसा प्रभावित गांवों में जाने से रविवार को रोक दिया। भाकपा के राज्यसभा सदस्य विनय विश्वम ने कहा, ‘‘हमने वापस जाने का फैसला किया है क्योंकि हम कोई टकराव नहीं चाहते। गुंडे और बदमाश खुलेआम जा सकते हैं, लेकिन जो लोकतांत्रिक लोग शांति स्थापित करने के लिए यहां आए हैं, उन्हें रोका जाता है।’’ उपमंडलीय मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार ने बताया कि जिन निर्माणों को तोड़ा गया, वे ढांचे अवैध रूप से निर्मित थे और इनका इस्तेमाल ‘‘गुंडों’’ ने हाल में हिंसा के दौरान पथराव के लिए किया था।
इससे पहले, जिला प्रशासन ने शनिवार को नलहड़ मेडिकल कॉलेज के आसपास की 2.6 एकड़ जमीन सहित 12 अलग-अलग स्थानों पर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया था। उप संभागीय मजिस्ट्रेट कुमार ने कहा था, ‘‘ये अवैध निर्माण थे। तोड़े गए ढांचों के मालिकों को पहले ही नोटिस दिए गए थे। ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में कुछ अवैध ढांचों के मालिक भी शामिल थे। अभियान जारी रहेगा।’’ मुस्लिम बहुल इलाके नूंह में बीते सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की यात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई हिंसा में होमगार्ड के दो जवान और एक इमाम सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। नूंह से भड़की हिंसा गुरुग्राम और उसके आसपास के इलाकों में भी हिंसा फैल गई थी। मंगलवार को गुरुग्राम के सेक्टर 57 इलाके में अंजुमन मस्जिद में आग लगा दी गई और उसके इमाम की हत्या कर दी गई। पुलिस ने घटना के सिलसिले में पास के तिगरा गांव से चार आरोपियों - अंकित, राहुल, रविंदर और राकेश को गिरफ्तार किया है।
इनकी गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को तिगरा गांव में हिंदू समुदाय की एक महापंचायत आयोजित की गई। महापंचायत ने दावा किया कि गिरफ्तार किए गए लोगों का मामले से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही इसने 100 सदस्यीय समिति बनाई है, जिसने सोमवार को जिलाधिकारी से मिलने और आरोपियों की रिहाई की मांग के लिए एक ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई है। महापंचायत के दौरान वक्ताओं में से एक ने कहा, ‘‘यह एक हिंदू बहुल क्षेत्र में है जहां मस्जिद की कोई आवश्यकता नहीं है।’’ हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज द्वारा नूंह में तनाव की आशंका के संबंध में कोई भी खुफिया जानकारी होने से इनकार करने के दो दिन बाद उन्होंने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस मुद्दे पर ‘‘अद्यतन जानकारी दे सकते हैं और उनके पास सारी सूचनाएं हैं।’’ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विज की टिप्पणी से जाहिर तौर पर इस मुद्दे पर जानकारी साझा नहीं किए जाने को लेकर उनकी नाराजगी सामने आई है। विज ने अंबाला में संवाददाताओं से कहा, ‘‘देखिए, नूंह मामले में जो भी बताएंगे मुख्यमंत्री जी बताएंगे, उनके पास सारी सूचनाएं हैं।
जो कुछ मुझे कहना था, मैं कह चुका हूं।’’ जब विज से पूछा गया कि नूंह में इंटरनेट कब बहाल होगा, तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे कुछ भी नहीं पता।’’ जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने रविवार को संयुक्त रूप से नूंह जिले के कई इलाकों का दौरा किया और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। बिजारणिया ने कहा, ‘‘दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। दोषियों को आकर आत्मसमर्पण करना चाहिए, नहीं तो हरियाणा पुलिस जानती है कि उन्हें कैसे पकड़ना है।’’ सरकार ने ‘‘सांप्रदायिक तनाव’’ के मद्देनजर फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ उपमंडल में छह अगस्त को अपराह्न एक बजे से सात अगस्त की रात 11:59 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित करने का रविवार को आदेश दिया। हरियाणा के पानीपत में रविवार को मोटरसाइकिल सवार नकाबपोश लोगों के एक समूह ने दो स्थानों पर कुछ दुकानों में कथित तौर पर तोड़फोड़ की और कुछ लोगों को घायल कर दिया। पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने पानीपत में दो स्थानों पर एक विशेष समुदाय के सदस्यों की दुकानों को निशाना बनाया।पानीपत में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में इस सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमलावरों की उम्र 20 से 25 साल है और वे मोटरसाइकिल से आये थे और उन्होंने नकाब पहने हुए थे।
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