जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जा रही 24 घंटे की सेवाओं का निरीक्षण करने के लिए एक गुप्तचर दल का गठन किया जाएगा।
विज ने कहा, 'इन सेवाओं में अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी की ओर से कोई ढिलाई बरती जाती है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।'
मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी सिविल सर्जनों से जुड़े और उन्हें शिशु मृत्यु दर (आईएमआर), मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और लिंगानुपात में सुधार के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं लगाता है तो उसे गैरहाजिर माना जाएगा और स्वास्थ्य विभाग में फिजिकल हाजिरी पर विचार नहीं किया जाएगा।
"मैं व्यक्तिगत रूप से अस्पतालों का निरीक्षण करूंगा। इसके लिए सभी सिविल सर्जनों को सात दिन का समय दिया जाता है ताकि उनके क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों व संस्थानों में आवश्यक सुधार किया जा सके।
विज ने कहा कि एमएमआर, आईएमआर और लिंगानुपात से संबंधित तैयार कैलेंडर के तहत काम नहीं करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आईएमआर और एमएमआर के तहत हर मौत के लिए जिम्मेदारी तय की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
मंत्री ने कहा कि आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकड़ों में सुधार किया जाना है, इसलिए एक डैशबोर्ड विकसित किया जाएगा ताकि प्रत्येक मौत के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।
इसके अलावा ऐसी प्रत्येक शिशु एवं मातृ मृत्यु का ऑडिट कराकर उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय में साझा की जाएगी। विज ने सिविल सर्जनों से कहा कि अगर कोई डॉक्टर या कर्मी बच्चे के जन्म पर किसी भी तरह के उपहार की मांग करता है तो ऐसे कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।