21 भारतीय पहलवानों को स्पेन ने U-23 WC के लिए नहीं दिया वीजा, CM खट्टर ने MEA से की हस्तक्षेप की मांग
चंडीगढ़: अंडर-23 चैंपियनशिप के लिए 21 भारतीय पहलवानों को स्पेन के दूतावास द्वारा वीजा दिए जाने से मना करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. पहलवानों को वीजा नहीं मिलने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी नाराजगी जताई है. न्यूज़ एजेंसी ANI के एक ट्वीट के मुताबिक CM ने मामले को गंभीर मानते हुए कहा कि वह इस मुद्दे को विदेश मंत्रालय के साथ उठाएंगे. आपको बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ ने स्पेन में होने जा रही अंडर-23 चैंपियनशिप के लिए 30 सदस्यीय टीम चुनी थी, लेकिन केवल नौ को ही वीजा ग्रांट किया गया है.
स्पेन पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान: बैन से खफा ग्रीको-रोमन दस्ते के मुख्य कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता, महाबीर प्रसाद ने स्पेन पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्पेन पर जुर्माना और प्रतिबंध दोनों लगाया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि एक देश के रूप में यह स्पेन के लिए शर्म की बात है. पाकिस्तानी टीम को भारत में प्रवेश से इनकार करने पर यूडब्ल्यूडब्ल्यू की धमकियों को याद करते हुए प्रसाद ने कहा कि अब देखते हैं कि यह संगठन स्पेन पर बैन लगता है या नहीं.
'ऐसा पहली बार, जब सब कुछ होने के बाद भी हम नहीं जा पा रहे': डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने पीटीआई से कहा, 'हमने इस तरह की स्थिति का सामना पहले कभी नहीं किया था. भारत सरकार का मंजूरी पत्र और विश्व कुश्ती की संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू का निमंत्रण पत्र दिखाने के बावजूद हमारे पहलवानों को तुच्छ आधार पर वीजा नहीं दिया गया.'
उन्होंने आगे कहा कि यह वास्तव में हमारी समझ से परे है कि अधिकारी इस नतीजे पर कैसे पहुंचे कि भारतीय पहलवान और कोच वापस भारत नहीं लौटेंगे. डब्ल्यूएफआई ने अपने नौ कोच के लिए भी वीजा आवेदन किया था, लेकिन केवल छह को ही वीजा मिला.