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जींद | जींद जिले के जुलाना क्षेत्र के गांव लिजवाना खुर्द के सैनिक सोनू अहलावत को दिल्ली के वसंत कुंज में शौर्य दिवस के मौके पर इंटेलिजेंस ब्यूरो के डॉयरेक्टर तपन कुमार के हाथों दूसरी बार वीरता पुरस्कार मिला है। सोनू अहलावत को पहली बार 9 अप्रैल को गलैंट्री अवार्ड मिला था। सोनू को अवॉर्ड मिलने से पूरे परिवार और गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है।
किसान परिवार में जन्मे सोनू अहलावत का बचपन से ही सपना था कि वह सेना में भर्ती होकर देश का नाम रोशन करे। सोनू के पिता एक किसान है और माता एक गृहिणी है। सोनू का सीआरपीएफ में 21 मार्च 2012 को चयन हुआ था। सोनू की पहली पोस्टिंग छतीसगढ़ के नक्सल एरिया में हुई थी। सोनू ने बताया कि 5 अगस्त 2017 को उसकी पोस्टिंग श्रीनगर में हो गई। 26 जनवरी 2019 को श्रीनगर के खुनमू में आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल होने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और पाकिस्तानी आतंकवादियों से लगातार लड़ता रहा। इस ऑपरेशन में उसने दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा था। सोनू ने बताया कि उसने अब तक 22 मिलिट्री ऑपरेशन में भाग लिया है और 58 आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा है।
सोनू के पिता किसान रणबीर सिंह ने बताया कि उनके बेटे को अवॉर्ड मिलने पर पूरे गांव में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि उनके छोटे बेटे सोनू ने उनके परिवार की इच्छा पूरी करते हुए सेना में भर्ती होकर देश और गांव का नाम रोशन किया है।
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