हरियाणा

14 दिन जेल में ही रहेगा पानीपत का सिंघम, कोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज

Shantanu Roy
10 Feb 2023 6:28 PM GMT
14 दिन जेल में ही रहेगा पानीपत का सिंघम, कोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज
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पानीपत। गुरुवार को पानीपत पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हेड कॉन्स्टेबल उर्फ सिंघम को कोर्ट ने झटका देते हुए उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। बीते दिन ही सिंघम को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। दरअसल पुलिस ने सिंघम का दो दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने रिमांड न देते हुए उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वहीं आशीष कुमार की जमानत याचिका पर कल सुनवाई नहीं हो पाई थी। शुक्रवार को कोर्ट में जमानत को लेकर सुनवाई हुई, जहां कोर्ट ने जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट के आदेश के अनुसार सिंघम 9 फरवरी से 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल में ही रहेगा। इसके बाद उसकी जमानत याचिका पर एक बार फिर से सुनवाई होगी।
बता दें कि एएसआई मुकेश पर अवैध वसूली करने के आरोप लगाने के दौरान उनके साथ सिंघम का झगड़ा हो गया था। आशीष कुमार ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर एएसआई पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद सिंघम ने यह खुलासा किया कि उनके खिलाफ बीती 2 फरवरी को ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं बीते दिन ही दो थानों की पुलिस ने सिंघम को पुलिस लाइन के क्वार्टर से अर्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही सिंघम के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उन्हें रास्ते में ही छोड़ दिया। सिंघम के पिता ने मीडिया से भावुक होकर कहा था कि जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके बेटे को इनाम दिया गया है। उन्होंने कहा था कि यह सारा काम पानीपत के भ्रष्ट अधिकारियों की शह पर हो रहा है। ऐसे लोगों को फांसी की सजा मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि बीती 2 फरवरी को एक एएसआई के साथ कांस्टेबल आशीष कुमार की हाथापाई हो गई थी। आशीष कुमार ने एक वीडियो जारी कर एएसआई पर अवैध वसूली करने के आरोप लगाए थे।आशीष कुमार ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि कई पुलिसकर्मी पानीपत में वाहन चालकों से अवैध वसूली कर हर दिन हजारों रुपए की कमाई करते हैं। उन्होंने कहा कि यहां पुलिसकर्मी सरेआम रिश्वत लेते हुए नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हेड कांस्टेबल ने बताया कि उनके पास वीडियो में सबूत भी है। इसके बावजूद उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाती है। आशीष कुमार ने कहा कि ईमानदारी से काम करने पर उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी सरेआम हो रही रिश्वतखोरी को रोक नहीं पा रहे है। सिंघम पुलिसकर्मी ने कहा कि उन्हें एक बार फिर से लाइन हाजिर कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रशासन को चूड़ियां पहन लेनी चाहिए। यही नहीं उन्होंने कहा कि उन्हें नौकरी जाने का कोई डर नहीं है। अधिकारी चाहें तो उन्हें आज ही नौकरी से निकाल दें।
2 फरवरी को घटना के बाद सिंघम पुलिसकर्मी गृह मंत्री अनिल विज के दरबार में भी पहुंचे थे, जहां विज ने उन्हें मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया था। एएसआई के साथ हुई बहस की घटना के बाद आज उन्होंने अपने ऊपर एफआईआर होने की बात कही है। वैसे तो यह एफआईआर बीती 2 फरवरी को ही दर्ज की गई थी, लेकिन इसकी जानकारी आज खुद सिंघम ने ही वीडियो जारी कर दी है। आशीष कुमार ने बताया कि उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 186,323,332,353,506 व 120-बी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। सिंघम ने कहा कि उन्होंने उसी दिन सबूतों के साथ एएसआई मुकेश त्यागी के खिलाफ शिकायत दी थी। इसके बावजूद उसके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आशीष कुमार ने कहा कि इस मामले में जरुर बड़े अधिकारियों का हाथ है। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी ईमानदारी किसी को रास नहीं आ रही है। दरअसल वे अपना काम करते हुए पुलिस के कई अधिकारियों के काले कारनामे उजागर कर रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। वहीं उन्होंने कहा कि वे गुरुवार को पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में जाकर अपनी गिरफ्तारी देंगे।
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