आरटीए ने नेशनल हाईवे पर 35 ओवरलोड वाहनों से 20 लाख का काटा चालान
रेवाड़ी न्यूज़: सड़कों पर मजबूत नेटवर्क के साथ हावी नजर आने वाले ओवरलोड माफिया पर शुक्रवार की रात आरटीए की टीम जबरदस्त तरीके से हावी पड़ी। टीम ने रात भर ओवरलोड वाहनों की धरपकड़ करते हुए 35 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की, जिसमें इन वाहनों पर करीब 20 लाख रुपए जुर्माना किया गया। लंबे समय बाद आरटीए की ओर से रात के समय ओवरलोडिंग पर यह बड़ी कार्रवाई की गई है। आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार के निर्देश पर एमवीओ द्वारका प्रसाद के नेतृत्व में आरटीए की टीम ने नेशनल हाईवे नं. 48 पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर से धारूहेड़ा तक सघन अभियान चलाया। टीम की कार्रवाई पूरी तरह से गुप्त रही, जिस कारण ओवरलोड माफिया को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस टीम ने राजस्थान की ओर से आने वाले ओवरलोड वाहनों की चेकिंग शुरू की, तो एक के बाद एक दर्जनों ओवरलोड वाहन टीम के शिकंजे में फंसते चले गए। इनमें से अधिकांश ओवरलोड डंपर हैं, जिनमें भवन निर्माण सामग्री की ले जाई जाती है। करीब तीन दर्जन वाहनों पर जुर्माने की कार्रवाई करते हुए टीम ने कई वाहनों को इंपाउंड भी किया। आरटीए की इस कार्रवाई से ओवरलोड माफिया में हड़कंप मच गया। इसके बाद सड़कों से ओवरलोड डंपर गायब हो गए। इस कार्रवाई में इस्पेक्टर जसबीर और आरटीए के अन्य कर्मचारी भी शामिल थे।
मेवात डीएसपी प्रकरण के बाद सख्ती: गत दिनों मेवात में एक डीएसपी की हत्या के बाद आरटीए की ओर से ओवरलोड वाहनों पर लगातार कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अगस्त माह के दौरान आरटीए टीमों की ओर से 200 से अधिक वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में ओवरलोड वाहनों पर लगभग 1.39 करोड़ रुपए जुर्माना किया जा चुका है। एमवीओ द्वारका प्रसाद शर्मा ने बताया कि ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों पर खास नजर रखी जा रही है, जो आरटीए की चैकिंग टीमों के बारे में सूचनाएं लीक करते हैं।
अब रेडक्रास के अधीन होंगी पार्किंग: आरटीए टीमों की ओर से पकड़े जाने वाले वाहनों को इंपाउंड करने की स्थिति में प्राइवेट पार्किंग का सहारा लिया जाता है। नेशनल हाइवे पर यह पार्किंग कसोला चौक के निकट है। झज्जर रोड पर गोकलगढ़ की पार्किंग में वाहनों को खड़ा किया जाता है। पार्किंग के अभाव में नजदीकी पुलिस थानों में पकड़े गए वाहन खड़े किए जाते हैं। आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार ने बताया कि पकड़े जाने वाले वाहनों को इंपाउंड करने के लिए अब रेडक्रास सोसायटी के अधीन पार्किंग के ठेके दिए जाएंगे। इससे रेडक्रास की आय भी बढ़ेगी।