
x
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यमुनानगर जिले में यमुना नदी तथा पंचकूला में घग्गर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजनाएं बनायें क्योंकि नदियां हमारी राष्ट्रीय संपदा हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के साथ - साथ नई योजनाएं बनायें ताकि दूसरे राज्य भी हरियाणा का अनुसरण करें। इसके अलावा पानी को उपचारित कर इसका पुनः उपयोग हो इस दिशा में भी अधिक से अधिक कार्य किया जाना चाहिए। जल सरंक्षण दिन प्रतिदिन चिंता का विषय बनता जा रहा है। भावी पीढ़ी के लिए जल सरंक्षण जरूरी है हालांकि हरियाणा ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं।
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश आज यहां बुलाई गई यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि उपचारित पानी का अधिक से अधिक पुनः उपयोग सिंचाई, थर्मल पावर प्लांट, औद्योगिक व बागवानी जैसे क्षेत्रों में हो सके, इसकी भी व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि घग्गर व यमुना ही हरियाणा की दो प्रमुख प्राकृतिक नदियां हैं। इनका सरंक्षण जरूरी है। यमुना कार्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हरियाणा के साथ लगते पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ भी संयुक्त बैठक की जानी चाहिए। प्रदूषण चाहे जल प्रदूषण है या वायु प्रदूषण हो इनको फैलने से रोकना आज समय की जरूरत है। इस विषय को लेकर अंतर्राज्यीय बैठकों का आयोजन भी निरंतर किया जाना चाहिए।
Next Story