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साध्वी दुष्कर्म, पूर्व डेरा प्रबंधक और पत्रकार की हत्या में दोषी डेरा प्रमुख गुरमीत को 40 दिन की पैरोल मिलने के बाद शनिवार सुबह सात बजे जेल से बाहर निकाला गया। डेरा प्रमुख को लेने के लिए मुंहबोली बेटी हनीप्रीत, चचेरा भाई चरणजीत और डेरे का सुरक्षा इंचार्ज प्रीतम पाल पहुंचे। जेल प्रशासन ने कुछ औपचारिकताएं पूरी की, जिसके बाद डेरा प्रमुख को सुरक्षा बंदोबस्त के बीच उनके साथ रवाना कर दिया गया। डीएसपी यशपाल खटाना के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस की दो गाड़ी भी उसके साथ रही। डेरा प्रमुख अपने काफिले के साथ उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्थित बरनावा डेरे में पहुंचा। बताया जा रहा है कि पैराेल की अवधि के दौरान वह बरनावा डेरे में रहेगा।
मंडलायुक्त ने दी है 40 दिन की पैरोल
अगस्त 2017 में डेरा प्रमुख गुरमीत को साध्वी दुष्कर्म मामले में सजा सुनाई थी, इसके बाद हत्या के दो अलग-अलग मामले में सजा सुनाई जा चुकी है। उम्र कैद की सजा काटने वाले गुरमीत सिंह को रोहतक मंडलायुक्त कार्यालय से 40 दिन की पैरोल मंजूर दी है। गुरमीत ने कई दिन पहले स्वजनों के मिलने के लिए पैरोल की अर्जी लगाई थी। इससे पहले फरवरी 2022 और जून 2022 में भी गुरमीत सिंह पैरोल पर बाहर जा चुका है।
उपचुनाव व पंचायत चुनाव पर पड़ेगा असर
गुरमीत के प्रदेश के आठ से नौ जिलों में श्रद्धालुओं की संख्या अच्छी-खासी है। चूंकि पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं, इसलिए वह पैरोल पर बाहर रहकर अपने श्रद्धालुओं को किसी पार्टी विशेष के लिए चुनाव में समर्थन देने का संकेत दे सकता है। आदमपुर उपचुनाव भी है। डेरा सच्चा सौदा में भी परिवार के सदस्यों में मतभेदों की सूचनाएं भी इंटरनेट मीडिया पर लगातार आ रही है। इंटरनेट मीडिया पर मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को डेरा का चेयरपर्सन बनाने की अफवाह भी पिछले दिनों इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थी।
Gulabi Jagat
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