हरियाणा

राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को आयुष विभाग की योग कोच भर्ती मामले में घेरा, लगाए ये आरोप

Gulabi Jagat
6 Jun 2022 5:20 AM GMT
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को आयुष विभाग की योग कोच भर्ती मामले में घेरा, लगाए ये आरोप
x
दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को आयुष विभाग की योग कोच भर्ती मामले में घेरा
रोहतक: कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने आयुष विभाग की योग कोच भर्ती के मामले में हरियाणा सरकार को घेरा (DEEPENDER HOODA ATTACK BJP GOVT) है. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार नौकरियों में भ्रष्टाचार की आदत से बाज नहीं आ रही (YOGA COACH RECRUITMENT MATTER) है. उन्होंने कहा कि कोच भर्ती में कदम-कदम पर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई हैं. इस भर्ती में गड़बड़झाले के लिए सरकार इतनी बेताब दिखी कि आवेदन की अंतिम तारीख से पहले ही अपने चहेते उम्मीदवारों को विभाग ने जॉइनिंग लेटर जारी कर दिया.
दीपेंद्र हुड्डा ने रविवार को बताया कि आयुष विभाग की ओर से योग कोच की अनुबंध आधारित भर्ती निकाली गई थी, जबकि नियमों के मुताबिक योग कोच की भर्ती सिर्फ खेल विभाग कर सकता है, लेकिन इससे भी बड़ा खेल भर्ती निकलने के बाद हुआ. इसके लिए अप्लाई करने की अंतिम तारीख 6 अप्रैल, 2022 रखी गई थी, लेकिन हैरानी की बात है कि विभाग ने 29 मार्च को ही 10 उम्मीदवारों को अप्वाइंटमेंट लेटर जारी कर दिए. जब विभाग के सारे खेल का खुलासा हुआ तो आनन-फानन में लीपापोती के लिए अप्वाइंटमेंट लेटर वापस लिए (YOGA COACH RECRUITMENT) गए.
उन्होंने कहा कि महज 21 दिन के ऑनलाइन कोर्स को योग कोच पद के लिए मान्यता दे दी गई, जबकि योग कोच के खाली पड़े 66 पदों के लिए एनआईएस कोच, योग स्नातक या इसके समानांतर योग्यता ही मान्य होनी चाहिए. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने मांग की है कि अन्य योग कोर्स करने वाले व योग्यता धारकों को नियुक्ति देने के लिए सरकार को फौरन योग सहायक, योग वेलनेस इंस्ट्रक्टर और योग थेरेपिस्ट की भर्ती निकालनी (DEEPENDER HOODA ON YOGA COACH RECRUITMENT) चाहिए. सरकार द्वारा बार-बार 1000 पदों पर भर्तियां करने की बात कही गई, लेकिन आज भी युवा इसका इंतजार कर रहे हैं. उनकी मांग है कि घोषणा के मुताबिक सरकार योग दिवस से पहले यह 1000 भर्तियां करें.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार की युवा और रोजगार विरोधी नीतियों के चलते हरियाणा पिछले कई साल से बेरोजगारी में टॉप पर है. आज भी प्रदेश का युवा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर झेल रहा है. हरियाणा का हर चौथा व्यक्ति बेरोजगार है,जबकि प्रदेश के अलग-अलग विभागों में करीब 4 लाख पद खाली पड़े हुए हैं. सरकार उनपर पक्की भर्ती करने की बजाए कम वेतन में कच्ची भर्तियां कर रही है. कौशल निगम के नाम पर युवाओं के साथ शोषण और भ्रष्टाचार हो रहा है. एक तरफ सीटेट, एचटेट और नेट क्वालिफाइड युवाओं से बीपीएल, पानी और स्वच्छता के सर्वे करवाए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अपने चहेते लोगों को महज 3 हफ्ते का ऑनलाइन कोर्स करवाकर सीधा योग कोच बनाया जा रहा है.
Next Story