हरियाणा
शैक्षणिक योग्यता पर उठे सवाल, कैथल के राजौंद नपा की चेयरपर्सन की शपथ से पहले बवाल
Gulabi Jagat
10 July 2022 4:09 PM GMT
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विधानसभा कलायत की राजौंद नगर पालिका चुनाव में भाजपा टिकट पर नव निर्वाचित चेयरपर्सन बबीता की शपथ से पहले ही उनकी शैक्षणिक योग्यता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले को लेकर चुनाव में प्रधान पद के उम्मीदवार रहे आजाद उम्मीदवार कर्ण सिंह, आजाद उम्मीदवार हरिपाल फौजी व सलिंद्र कुमार ने रविवार को कलायत स्थित डा. भीम राव अंबेडकर धर्मशाला में पत्रकारवार्ता की।
उन्होंने चेयरपर्सन की शैक्षणिक व चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत कुछ अन्य दस्तावेजों को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। इनका कहना है कि हकीकत में चेयरपर्सन पांचवीं कक्षा तक भी नहीं पढ़ी हैं। नामांकन फार्म में दसवीं कक्षा की जो डीएमसी इस्तेमाल की गई उसे उत्तर प्रदेश राज्य मुफ्त विद्यालय परिषद द्वारा आठ अगस्त 2020 को प्रयागराज से जारी किया गया है।
अंक तालिका में अप्रैल 2020 में दिखाया है परीक्षा का आयोजन
अंक तालिका के अनुसार परीक्षा का आयोजन अप्रैल 2020 में दर्शाया गया है। जबकि इस समय अवधि में कोरोना काल के दौरान देश भर में स्कूल, कालेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहे। देश के सभी राज्यों ने इस महामारी के संकट काल के दौरान परीक्षाएं आयोजित नहीं की। जिस विद्यालय की तरफ से अंक तालिका जारी की गई है उसका कोई अस्तित्व उत्तर प्रदेश के शिक्षा बोर्ड के बही खातों में नहीं है।
इस संबंध में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राज्य चुनाव आयोग पंचकूला, एफसीआर हरियाणा व मुख्य सचिव को भी शिकायत की गई है। डीएमसी के अलावा चेयरपर्सन के दो जगह ने वोटर कार्ड, राशन कार्ड व अन्य दस्तावेजों को लेकर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस तरह जुटाई जानकारियां
राजौंद नगर पालिका से चेयरपर्सन निर्वाचित हुई बबीता का मायका जिला पानीपत के एक गांव में है। नपा प्रधान चुनाव में आजाद उम्मीदवार रहे कर्ण सिंह व हरिपाल फौजी का कहना है कि जब उन्होंने गांव में इनकी पढ़ाई-लिखाई की जानकारी जुटाई तो पता चला कि बबीता केवल तीन या चार कक्षा तक ही पढ़ी हैं। उन्होंने नामांकन के दौरान ही बबीता के दस्तावेजों को लेकर शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। अब वे इस मामले को लेकर पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
आरोप हैं निराधार
राजौंद नगर पालिका चेयरपर्सन के पति नरेंद्र कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को आरोप और अपनी बात कहने का अधिकार है। जो आरोप उनकी पत्नी चेयरपर्सन बबीता की शैक्षणिक योग्यता व अन्य दस्तावेजों को लेकर लगाए जा रहे हैं वे निराधार है।
दस्तावेजों की गहनता से की गई है जांच
कलायत एसडीएम एवं राजौंद नगर पालिका चुनाव रिटर्निंग आफिसर सुशील कुमार ने बताया कि चुनाव के दौरान सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों की सिलसिलेवार गहनता से जांच की गई। उस समय कुछ लोगों ने इस संदर्भ में आपत्ति जताई थी। नामांकन फार्म के साथ इस्तेमाल की गई अंक तालिका दूसरे दस्तावेजों के साथ चस्पा थी। यदि कोई शैक्षणिक योग्यता को लेकर शिकायत है तो नियम अनुरूप जांच होगी। विधानसभा कलायत की राजौंद नगर पालिका चुनाव में भाजपा टिकट पर नव निर्वाचित चेयरपर्सन बबीता की शपथ से पहले ही उनकी शैक्षणिक योग्यता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले को लेकर चुनाव में प्रधान पद के उम्मीदवार रहे आजाद उम्मीदवार कर्ण सिंह, आजाद उम्मीदवार हरिपाल फौजी व सलिंद्र कुमार ने रविवार को कलायत स्थित डा. भीम राव अंबेडकर धर्मशाला में पत्रकारवार्ता की।
उन्होंने चेयरपर्सन की शैक्षणिक व चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत कुछ अन्य दस्तावेजों को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। इनका कहना है कि हकीकत में चेयरपर्सन पांचवीं कक्षा तक भी नहीं पढ़ी हैं। नामांकन फार्म में दसवीं कक्षा की जो डीएमसी इस्तेमाल की गई उसे उत्तर प्रदेश राज्य मुफ्त विद्यालय परिषद द्वारा आठ अगस्त 2020 को प्रयागराज से जारी किया गया है।
अंक तालिका में अप्रैल 2020 में दिखाया है परीक्षा का आयोजन
अंक तालिका के अनुसार परीक्षा का आयोजन अप्रैल 2020 में दर्शाया गया है। जबकि इस समय अवधि में कोरोना काल के दौरान देश भर में स्कूल, कालेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहे। देश के सभी राज्यों ने इस महामारी के संकट काल के दौरान परीक्षाएं आयोजित नहीं की। जिस विद्यालय की तरफ से अंक तालिका जारी की गई है उसका कोई अस्तित्व उत्तर प्रदेश के शिक्षा बोर्ड के बही खातों में नहीं है।
इस संबंध में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राज्य चुनाव आयोग पंचकूला, एफसीआर हरियाणा व मुख्य सचिव को भी शिकायत की गई है। डीएमसी के अलावा चेयरपर्सन के दो जगह ने वोटर कार्ड, राशन कार्ड व अन्य दस्तावेजों को लेकर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस तरह जुटाई जानकारियां
राजौंद नगर पालिका से चेयरपर्सन निर्वाचित हुई बबीता का मायका जिला पानीपत के एक गांव में है। नपा प्रधान चुनाव में आजाद उम्मीदवार रहे कर्ण सिंह व हरिपाल फौजी का कहना है कि जब उन्होंने गांव में इनकी पढ़ाई-लिखाई की जानकारी जुटाई तो पता चला कि बबीता केवल तीन या चार कक्षा तक ही पढ़ी हैं। उन्होंने नामांकन के दौरान ही बबीता के दस्तावेजों को लेकर शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। अब वे इस मामले को लेकर पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
आरोप हैं निराधार
राजौंद नगर पालिका चेयरपर्सन के पति नरेंद्र कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को आरोप और अपनी बात कहने का अधिकार है। जो आरोप उनकी पत्नी चेयरपर्सन बबीता की शैक्षणिक योग्यता व अन्य दस्तावेजों को लेकर लगाए जा रहे हैं वे निराधार है।
दस्तावेजों की गहनता से की गई है जांच
कलायत एसडीएम एवं राजौंद नगर पालिका चुनाव रिटर्निंग आफिसर सुशील कुमार ने बताया कि चुनाव के दौरान सभी उम्मीदवारों के दस्तावेजों की सिलसिलेवार गहनता से जांच की गई। उस समय कुछ लोगों ने इस संदर्भ में आपत्ति जताई थी। नामांकन फार्म के साथ इस्तेमाल की गई अंक तालिका दूसरे दस्तावेजों के साथ चस्पा थी। यदि कोई शैक्षणिक योग्यता को लेकर शिकायत है तो नियम अनुरूप जांच होगी।
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