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उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत राजधानी दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों में प्रदूषण का कहर जारी है. दिल्ली में रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज की गई है. ऐसा लगातार दूसरा दिन है जब राजधानी में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है. शनिवार को हवा की गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में दर्ज की गई थी. इसके बाद राजधानी दिल्ली में सरकार ने कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन गतिविधियों पर रोक लगा दी. इस बीच देश के कई ऐसे शहर हैं जहां हवा की गुणवत्ता "अच्छी" श्रेणी में दर्ज की गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एक बुलेटिन में बताया गया है कि ये शहर मेघालय से कर्नाटक और यहां तक कि केरल तक फैले हुए हैं. सरकारी संगठन के मुताबिक, शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' माना जाता है. वहीं 401 और 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.
दिल्ली एयर क्वालिटी इंडेक्स
दिल्ली में वायु गुणवत्ता के गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राष्ट्रीय सुरक्षा और अन्य छूट के लिए निर्माण गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया. साउथ ईस्ट दिल्ली के सीआरआरआई मथुरा रोड पर एक्यूआई शाम 7 बजे 334 "बहुत गंभीर" श्रेणी में दर्ज की गई थी. दिल्ली के नेहरू नगर में 349, पटपड़गंज में 374, जेएलएन स्टेडियम में 349 और लोधी रोड में एक्यूआई 310 दर्ज की गई. वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 125 में एक्यूआई 331 दर्ज की गई.
जीआरएपी चरण 3 के तहत दिल्ली में प्रतिबंध लगाए गए हैं. जीआरएपी सब-कमेटी ने वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए पूरे एनसीआर में जीआरएपी के चरण III को लागू करने का निर्णय लिया. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के मुताबिक, GRAP के चरण 3 को प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण धीमी हवा की गति और पराली जलाने की घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी के बाद लागू किया गया है.
इन शहरों के लोग अच्छी हवा का आनंद ले रहे हैं. उन शहरों की लिस्ट यहां देख सकते हैं जहां पिछले 24 घंटे में वायु गुणवत्ता "अच्छी" श्रेणी में दर्ज की गई है.
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