साइबर ठगों से मिले सिमकार्ड और बैंक की डिटेल खंगाल रही पुलिस
फरीदाबाद न्यूज़: झारखंड का जामताड़ा बन रहे नूंह से साइबर ठगी के कारोबार को खत्म करने के लिए पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (आईसीसीसीसी) की मदद ले रही है.
पुलिस ने आरोपियों से जब्त मोबाइल फोन, सिमकार्ड, बैंक खाता आदि को जांच के लिए आईसीसीसीसी के पास भेजा गया है. अधिकारियों का कहना है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस सेंटर की मदद से जिले में बढ़ रहे साइबर अपराध पर पूरी तरह से नकेल कसा जाएगा. साथ ही आरोपियों द्वारा देशभर में की गई ठगी का खुलासा किया जाएगा. गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस पूछताछ करेगी.
बता दें कि पिछले हफ्ते गुरूवार रात प्रदेशभर की पांच हजार पुलिस ने राजस्थान व उत्तर प्रदेश के सीमा से सटे 14 गांवों में एक साथ छापेमारी की. इस दौरान करीब 125 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. इनमें से 65 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों के अनुसार इन आरोपियों के खिलाफ बिछोर व पुन्हाना थाना में आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी आदि की धाराओं में 16 मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले हफ्ते शनिवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेशकर 7 से 10 दिन की रिमांड पर लिया गया. रविवार से सुबह से इनसे पूछताछ शुरू की गई. तीन दिन तक की गई पूछताछ में पुलिस ने आरोपियों से बैंक खाता संबंधित जानकारी के साथ सिम कार्ड, आधार कार्ड आदि की जानकारी जुटाई है. पुलिस आरोपियों के फर्जी बैंक खाता, ट्राजेक्शन आदि की जानकारी जुटाने के लिए इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर की मदद ले रही है.
एलआईयू को किया अलर्ट सूत्रों के अनुसार, प्रदेश के सभी लोकल इंटेलिजेंस युनिट (एलआईयू), सीआईटी के साथ क्राइम ब्रांच आदि युनिट को अलर्ट किया है. सभी से कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में साइबर ठगी करने में संलिप्त संदिग्धों की पहचान करने के बाद उन्हें गिरफ्तार करें.