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रोहतक। एमबीबीएस में दाखिले को लेकर बॉन्ड पॉलिसी को लेकर पीजीआई में धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को पुलिस ने देर रात जबरदस्ती उठा दिया और उन्हें थाने में भी ले आएं। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को बुरी तरह से घसीटा और उन्हें धमका कर जबरन गाडियों में बिठाया। बाद में वीआईपी सुरक्षा का हवाला देकर पुलिस ने अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। यहां तक कि पुलिस ने धरना समाप्त करवाने के लिए देर रात 2 बजे वाटर कैनन का भी प्रयोग किया है। छात्राओं को पुरुष पुलिसकर्मियों ने जबरदस्ती गाडियों में बिठाया है।बॉन्ड पॉलिसी में एमबीबीएस डॉक्टरों को 36 लाख के बॉन्ड देने होंगे, जिसका मैडिकल छात्र विरोध कर रहे है।
प्रदर्शनकारी पिछले कई दिनों से एमबीबीएस दाखिले में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में पीजीआई में धरने पर बैठे थे, पीजीआई में राज्यपाल व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए देर रात पुलिस ने यह कारवाई की है। देर रात भारी पुलिस बल ने पीजीआई में धरने पर बैठे एमबीबीएस छात्र-छात्राओं को जबरन उठाने की कारवाई शुरु कर दी। भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया और छात्र-छात्राओं को घसीट कर उन्हें जबरन पुलिस गाडियों में बैठाया गया और बाद में उन्हें पीजीआई परिसर में लाया गया। पुलिस ने इस मामले में छात्र-छात्राओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
एमबीबीएस में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की है और जबरन उन्हें हिरासत में रखा गया। सुबह स्टूडेंटों के परिजनों को मामले का पता चलने पर वह पीजीआई पहुंचे और पुलिस कारवाई का विरोध जताया। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ इस दौरान दुर्व्यवहार भी किया है। प्रदेश सरकार ने एमबीबीएस दाखिले पर 36 लाख बॉन्ड फीस निर्धारित कर रखी है, हालांकि पिछले दिनों सरकार ने शर्त अनुसार बॉन्ड फीस वापिस लेने का निर्णय लिया था, लेकिन छात्र-छात्राएं बॉन्ड पॉलिसी ही वापिस लेने की मांग पर अडे़ हुए है और पीजीआई में धरने पर बैठे थे। पुलिस ने देर रात कारवाई के बाद नायब तहसीलदार बंसीलाल के ब्यान पर छात्र-छात्राओं के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
इसी बीच इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए लागू की गई बाँड पॉलिसी के तहत छात्रों से 36 लाख के बाँड लेने के खिलाफ पीजीआई रोहतक में प्रदर्शन कर रहे मेडिकल के छात्र और छात्राओं को आधी रात को जबरदस्ती हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज करने जैसी ज्यादतियां करने को बेहद शर्मनाक और निंदनीय करार दिया है।
श्री चौटाला ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपनी हठधर्मिता को छोडकर मेडिकल छात्रों की मांगें माने। उन्होंने 36 लाख रूपए की बाँड पालिसी शर्त को तुरंत प्रभाव से खत्म करने की मांग की है।
उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर बेरोजगारी की लाइव तस्वीर देखनी है तो आज हरियाणा के सभी जिलों के बस अड्डों पर देखी जा सकती है जहां लाखों की तादाद में बेरोजगार युवा नौकरी के लिए अनिवार्य सीईटी का पेपर देने के लिए खड़े हैं लेकिन सरकार की बदइंतजामी के कारण बच्चे अपने परीक्षा केंद्र तक नही पहुंच पाए । सरकार ने परीक्षा केंद्र गृह जिले में बनाने का वायदा किया था लेकिन 200 किलोमीटर दूर केंद्र बनाकर प्रदेश के युवाओं के साथ वायदाखिलाफी व खिलवाड़ किया है।
इनेलो नेता ने कहा कि बाँड पालिसी के अंदर जो शर्तें रखी गई हैं वो किसी भी रूप में छात्रों के हक में नहीं हैं। बाँड पालिसी के अनुसार एमबीबीएस पूरी करने के बाद छात्रों को राज्य सरकार कोई जॉब सिक्योरिटी नहीं दे रही, दूसरा पीजी कोर्स करने के लिए अभी तक भाजपा सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार के दिशा निर्देश नहीं दिए गए हैं, तीसरा सात साल के लिए बाँड भरवाना किसी भी रूप में न्यायसंगत नहीं है इससे एमबीबीएस कर रहे छात्रों के उच्चतम शिक्षा पर असर पड़ेगा साथ ही उनकी उन्नति और माईग्रेशन का भी नुकसान होगा। बाँड में कांट्रैक्चुअल एम्पलोइमेंट वाली शर्त भी आपत्तिजनक है। भाजपा सरकार एमबीबीएस करने वाले छात्रों से बाँड की आड़ में जबरदस्ती लाखों में फीस की वसूली कर रही है। इनेलो पार्टी भाजपा सरकार द्वारा एमबीबीएस कर रहे छात्रों पर किए जाने वाले अत्याचारों की भर्त्सना करती है और छात्रों की मांगों का पूर्ण रूप से समर्थन करती है।
Admin4
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