हरियाणा

पीएम किसान सम्मान निधि योजना: राज्य के लाखों किसानों ने अभी तक दस्तावेज नहीं करवाए दुरूस्त

Admin Delhi 1
13 July 2022 10:28 AM GMT
पीएम किसान सम्मान निधि योजना: राज्य के लाखों किसानों ने अभी तक दस्तावेज नहीं करवाए दुरूस्त
x

रोहतक न्यूज़: लगभग दो-अढ़ाई साल से प्रदेश मेंं 1913234 किसानों को केंद्र सरकार हर महीने 500 रुपये का सम्मान दे रही है। इनमें से अभी तक 938652 किसानों ने अपने केवाईसी अपडेट करवाया है। 974582 किसान ऐसे हैं, जिन्होंने सरकार के बार-बार अनुरोध करने के बाद भी अभी तक केवाईसी अपडेट नहीं करवाए। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि जो किसानों ने 31 जुलाई तक अपने केवाईसी अपडेट नहीं कर करवाएगा, उसका प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा देना बंद कर दिया जाएगा। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का कहना है कि किसानों से सम्पर्क करके केवाईसी अपडेट करवाने का अनुरोध किया जा रहा है। प्रदेश में 49 प्रतिशत किसानों ने अभी तक अपने बैंक खाते से आधारकार्ड को लिंक करवाया है। मालूम हो कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का पैसा सरकार ऑनलाइन खाते में जमा करवाती है।

यह है तरीका: केवाईसी की प्रक्रिया की अंतिम तिथि 31 मई निर्धारित की गई थी। जो अब बढाकर 31 जुलाई कर दी गई है। इसके पहले किसान अगली क़िस्त का लाभ लेने के लिए यह प्रक्रिया जरूर पूरी कराएं | इसके लिए किसान नजदीकी सीएससी केंद्र में जा सकते हैं। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से भी इस बारे में किसान सम्पर्क कर सकते हैं।

11वीं किस्त का इंतजार: मालूम हो कि छोटे, सीमांत व निर्धन कृषकों के जीवन स्तर में सुधार तथा उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए केंद्र द्वारा दिसंबर 2018 को किसान सम्मान निधि योजना शुभारंभ की थी। स्कीम के अंतर्गत पात्र किसान को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये (प्रत्येक 4 माह में 2000 रुपये की किश्त) की आर्थिक सहायता सरकार की तरफ से प्रदान की जाती है | किसानों को अभी तक कुल 10 किश्तें प्राप्त हो चुकी हैं। और अब 11वीं किश्त की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दरअसल स्कीम के अंतर्गत पात्र किसानों को ईकेवाईसी अनिवार्य कर दिया है| जिसके कारण 11वीं किश्त का वितरण सुचारू रूप से नहीं किया जा रहा है।

31 जुलाई तक का समय: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों ने अगर 31 जुलाई तक अपने ईकेवाईसी अपडेट नहीं करवाए तो सरकार उनका पैसा बंद कर देगी। मैं किसानों से अनुरोध करूंगा कि जितना जल्दी हो सके, वे यह कार्य करवाएं। -डॉ. महावीर सिंह, निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रोहतक

यह है आंकड़ा:



Next Story