रेवाड़ी न्यूज़: रोडवेज डिपो में दो माह पहले आई नई बसों को लंबे रूटों पर चलाया जा रहा है. वहीं 20 मिनी बसों को भी लोकल रूटों पर दौड़ाया जा रहा है. कई रूटों पर अतिरिक्त बसों का भी संचालन शुरू किया गया है, लेकिन रोहतक बहादुरगढ़ के रूट पर शाम सात बजे के बाद कोई बस नहीं चलती है. जिस कारण सैकड़ों दैनिक यात्रियों को निजी बसों की छत पर बैठकर सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
यात्री जान जोखिम में डालकर इन बसों में सफर कर रहे हैं. यात्रियों का आरोप है कि बसें नहीं चलने के कारण उनको निजी वाहनों या बस की छत पर बैठकर सफर करना पड़ता है, लेकिन कई बार मांग के बाद भी इस रूट पर शाम के समय में बस नहीं चलाई जा रही है. जबकि नौकरी करने वाले यात्री इसी समय घरों को लौटते हैं.
शाम के समय होती है सबसे ज्यादा भीड़
यात्री राहुल, रमेश, अकरम आदि ने बताया कि शहर में रोहतक, बहादुरगढ़ से हजारों की संख्या में लोग नौकरी पेशा व काम करने के लिए आते हैं. सुबह आने में कोई परेशानी नहीं होती है. शाम को जब वह घरों को लौटते हैं तो ज्यादातर यात्री शाम सात बजे से लेकर नौ बजे के बीच लौटते हैं, इस दौरान रोडवेज की कोई भी बस इस समय पर नहीं चलती है. यात्रियों की संख्या ज्यादा होने पर इसका फायदा निजी बस संचालक उठाते हैं. निजी बस संचालक बस में 52 की जगह 150 यात्री बस में भरते हैं. इसके बाद वह बस बस स्टैंड से निकलती है. 50 से ज्यादा यात्री तो बस की छत पर बैठे रहते हैं. ऐसे में हर समय हादसे का अंदेशा बना रहता है.