हरियाणा
अस्पतालों की ओपीडी बढ़ी, मलेरिया और वायरल में पहचान करना हो रहा मुश्किल
Gulabi Jagat
9 Aug 2022 3:49 PM GMT

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अस्पतालों की ओपीडी बढ़ी
मौसम में परिवर्तन के कारण वायरल फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं। आमतौर पर वायरल फीवर में रोगी को खांसी, जुकाम के साथ हल्का बुखार और बदन दर्द रहता है। लेकिन इस बार वायरल फीवर के नेचर में बदलाव आया है। मरीजों को ठंड देकर तेज बुखार आने और गले में दर्द की शिकायत भी है। ठंड देकर तेज बुखार मलेरिया का लक्षण है। इसलिए चिकित्सक मरीज की मलेरिया की जांच भी करा रहे हैं। इससे मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। सामान्य अस्पताल की ओपीडी में जहां चिकित्सकों को दिखाने आने वाले मरीजों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। वायरल फीवर के कारण मरीजों को शुरूआती एक से दो दिन तो कमर, कंधों व पैरों में तेज दर्द मरीज को झेलना पड़ रहा है।
जांच में नहीं निकल रहा मलेरिया
वायरल फीवर में जुकाम, खांसी के साथ हल्का बुखार रहता है। अब ठंड देकर बुखार और गले में दर्द की शिकायत के मरीज भी आ रहे हैं। तेज ठंड देकर बुखार के मरीज कई आ रहे हैं लेकिन जांच में मलेरिया नहीं निकल रहा है। विभाग की ओर से बुखार के 85542 मरीजों की अब तक मलेरिया जांच करवाई जा चुकी है। हालांकि मलेरिया के केस अभी तक जिले में नहीं आए हैं।
बढ़ गई सामान्य अस्पताल की ओपीडी
सामान्य अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में इन दिनों मरीजों की संख्या करीब डेढ गुना तक ज्यादा हो गई है। पहले करीब 250 मरीज ही सामान्य अस्पताल की ओपीडी में होते थे लेकिन इन दिनों मरीजों की संख्या करीब 400 पहुंच गई है। वहीं सभी विभागों की ओपीडी वर्तमान में करीब 1700 चल रही है।
घबराएं नहीं, गर्म पानी पिएं : डा. शिव कुमार
ठंड देकर यदि बुखार आए तो घबराना नहीं चाहिए। वायरल फीवर में भी अब ठंड देकर बुखार आने के लक्षण मिल रहे हैं। इससे बचाव के लिए ठंडा पानी न पिएं व ताजे भोजन का सेवन करें। बुखार आने पर विशेषज्ञ की सलाह लें।
---डा. शिव कुमार, फिजिशियन, सामान्य अस्पताल, रोहतक।
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