कुरूक्षेत्र: दयानंद महिला महाविद्यालय, कुरूक्षेत्र में 'बौद्धिक संपदा अधिकार' पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निदेशालय, हरियाणा के वैज्ञानिक डॉ. राहुल तनेजा ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार किसी व्यक्ति को उसके अपने आविष्कारों, साहित्यिक और कलात्मक कार्यों के लिए दिए गए अधिकार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा बनाया गया कोई भी नाम, डिजाइन, कार्य, ट्रेडमार्क, पेटेंट आदि बौद्धिक संपदा की श्रेणी में आता है। उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकारों के अंतर्गत आने वाले तत्वों जैसे औद्योगिक डिजाइन, एकीकृत डिजाइन, भौगोलिक संकेत और कॉपीराइट आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान की। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. उर्मिला पंघाल ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य आईपीआर के बारे में जानकारी प्रदान करना और समाज में जागरूकता बढ़ाना है।
खबरों के अपडेट के लिए जुड़े रहे जनता से रिश्ता पर |