
बता दें कि सितंबर माह में यह सुविधा नई दिल्ली- कालका के बीच दोनों दिशाओं में चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12005 और 06 में भी उपलब्ध करा दी गई है. ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुंचते ही दरवाजे खुद-ब-खुद खुल व बंद हो जाते हैं. ट्रेन में तैनात स्टाफ भी यात्रियों को सही समय पर ट्रेन से उतरने व चढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है. इस तरह की आटोमेटिक डोर सिस्टम सुविधा के शुरू होने का यात्रियों को भी काफी फायदा मिल रहा है.
अंबाला मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक हरि मोहन ने इस सुविधा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में यह बदलाव किया गया है. इस बदलाव से शताब्दी एक्सप्रेस में बढ़ रही चोरी व छीना-झपटी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि इससे पहले सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के दरवाजों और मुख्य जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे.
हरि मोहन ने बताया कि नई दिल्ली- कालका शताब्दी एक्सप्रेस के एलएचबी कोच में 27 सितंबर से आटोमेटिक डोर सिस्टम की सुविधा शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि प्लेटफार्म की ओर का मेन डोर ट्रेन के स्टॉपेज आने पर ही खुलेगा और जैसे ही ट्रेन स्टेशन से रवाना होगी, दरवाजे अपने आप बंद हो जाएंगे. इन दरवाजों की कमान ट्रेन चालक के केबिन में रहेगी.