नूंह विधायक एवं कांग्रेस विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद ने आज हरियाणा सचिवालय में मुख्यमंत्री के प्रधान मुख्य सचिव आरके खुल्लर के साथ बैठक की, जहां उन्होंने गुड़गांव नहर में पानी छोड़ने की मांग उठाई। अहमद ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार ने नूंह, पलवल, गुड़गांव और फरीदाबाद जिलों की नहर का पानी रोक दिया है, जिससे इन जिलों के लोग परेशान हैं।" अहमद ने मुख्यमंत्री के सिंचाई सलाहकार देवेंद्र सिंह, आईएएस पंकज अग्रवाल और सिंचाई विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ वीरेंद्र सिंह के साथ भी बैठक की। उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रधान मुख्य सचिव को लिखित मांग पत्र भी सौंपा है। अहमद ने कहा कि राज्य में भीषण गर्मी के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है, इसलिए नूंह-फरीदाबाद-पलवल जिलों में पानी की आपूर्ति रोकना गलत है।
यह बहुत गंभीर मामला है, जिससे किसानों के साथ-साथ ग्रामीण भी प्रभावित हो रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल के उपनेता ने कहा कि नूंह जिले के किसानों व स्थानीय लोगों ने उन्हें अवगत कराया है कि पिछले चार दिनों से विभाग द्वारा नहर में पानी छोड़ना बंद कर दिए जाने के कारण सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अहमद ने कहा कि हरियाणा के हिस्से का पानी उत्तर प्रदेश को भेजा जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से नूंह-पलवल-फरीदाबाद-गुड़गांव जिले प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा राजस्थान के कुछ जिलों में भी नहर का पानी पीने योग्य पानी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि भीषण गर्मी व अधिक तापमान के कारण पूरे हरियाणा में पानी की मांग बढ़ गई है, लेकिन आपूर्ति बढ़ाने की बजाय इसे रोकना गलत व अमानवीय है, जिससे मनुष्य, पशु-पक्षी प्रभावित हो रहे हैं। अहमद ने नहरों में तुरंत प्रभाव से पानी छोड़ने पर जोर दिया है। विधायक ने गांवों के तालाबों में भी पानी भरने को कहा है। अधिकारियों ने विधायक को आश्वासन दिया कि नहरों में जल्द से जल्द पानी छोड़ा जाएगा। लेखक के बारे में