हरियाणा
अब भूल जाओ तंदूरी चिकन व रोटी, तंदूर जलाने पर लगा प्रतिबंध
Shantanu Roy
20 Oct 2022 5:25 PM GMT

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गुड़गांव। जिले में ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (ग्रेप) का दूसरा चरण शृरू हो गया है। जिससे शहर के होटल रेस्त्रांओं पर इसका असर देखा जाएगा। बताया गया है कि यहां अब तंदूरी चिकन व रोटी भी नही मिलेगी। अधिकारियों की मानें तो प्लान को पूरी सख्ती से लागू किया गया है। जहां पर प्रतिबंध की अवहेलना पाई जाएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। दूसरे चरण की पाबंदियों में सड़कों पर झाडू लगाने के अलावा रेस्त्रां व ढाबों में तंदूर में कोयला या लकड़ी के प्रयोग पर पाबंदी है। अधिकारियों की मानें तो दिवाली से पूर्व प्रदूषण स्तर में इजाफा देखा गया है। वीरवार को जिले का 194 दर्ज किया गया। जो जल्द ही 200 को पार कर जाएगा। स्थिति पर गंभीरता से निपटने के लिए दूसरा चरण लागू किया गया है। जिसके दायरे में तंदूर का प्रयोग पूर्णत: प्रतिबंधित है। बताया गया है कि प्रतिबंध से जहां होटल व रेस्त्रां संचालकों को दिक्कतें होगी वही तंदूरी चिकन व रोटी के दिवानों की दिक्कते उठानी पड़ेगी। बताया गया है कि विभाग की ओर ऐसे ढाबों व रेस्टोरेंट की पहचान कर ली गई है।
विभाग की ओर से सभी को हिदायतें भी जारी कर दी गई है है साथ ही उन्हे तंदूर की जगह बिजली चलित तंदूर चलाने के निर्देश दिए गए है। वही जीआईए के वरिष्ठ पदाधिकारी मनोज जैन ने बताया ग्रेप लागू होने पर बिजली चलित तंदूर चलाने की बात की जा रही है। जबकि उन कंपनियों का क्या होगा जहां पर पीएनजी पाइप लाइन भी नही है और बिजली कटौती भी जमकर होती है। ऐसा ही हाल इंडस्टीयल डेवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष केके गांधी का भी है। कोई भी कंपनी मालिक ग्रेप का विरोध नही कर रहा है। लेकिन सरकार व जिला प्रशासन को कंपनियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी। हालांकि मनोज जैन ने ट्रैफिक जाम वाली जगहों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती का बेहतर व कारगर कदम बताया। उन्होने कहा इससे लोगों को दिक्कतेें नही होगी साथ ही वाहनों का ईंधन भी नही जलेगा।
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