हरियाणा

DLF EWS के फ्लैटों को बचाने के लिए दांव पर लगे NH और लेबर कॉलोनी

Shantanu Roy
25 Sep 2023 9:45 AM GMT
DLF EWS के फ्लैटों को बचाने के लिए दांव पर लगे NH और लेबर कॉलोनी
x
चंडीगढ़। विगत जुलाई और अगस्त माह में भारी बारिश से पिंजौर की कौशल्या नदी में आई भीषण बाढ़ के बाद कौशल्या डैम के फ्लड गेट खोलने पड़े जिससे सूरजपुर लेबर कॉलोनी, अमरावती कॉलोनी, नेशनल हाईवे को भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान की सबसे बड़ी वजह रही कौशल्या डैम के फ्लड गेट के एक दम बिल्कुल सामने बनी। डीएलएफ कॉलोनी में हाउसिंग बोर्ड द्वारा बनाए गए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 240 फ्लैटों को बाढ़ से बचाने के लिए कंक्रीट की मजबूत सुरक्षा दीवार बनाई गई ।
इसी गंभीर मुद्दे को उठाते हुए शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार विजय बंसल एडवोकेट ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर बताया है कि हाउसिंग बोर्ड ने ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति लिए बिना ही बाढ़ के लिए अति संवेदनशील मानी जाने वाली कौशल्या नदी में ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण कर दिया और उन फ्लैटों को बचाने के लिए नदी में कंक्रीट की मजबूत सुरक्षा दीवार (रिटेनिंग वॉल) का निर्माण कर दिया गया जिससे नदी के पानी का रुख मुड़कर सूरजपुर रामपुर सीयूडी की लेबर कॉलोनी, चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे और अमरावती की ओर मुड़ गया। भारी मात्रा में आए बाढ़ के पानी से न केवल लेबर कॉलोनी के दर्जनों मकान पानी में बह गए बल्कि एक युवक भी पानी में बह गया। 100 से अधिक लोग बेघर हो गए व चंडीगढ़- शिमला नेशनल हाईवे की सर्विस लेन टूट गई। साथ ही अमरावती कॉलोनी का पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया और अन्य कई मकानों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
विजय बंसल ने मुख्यमंत्री से लोगों के हुए नुकसान का जल्द मुआवजा देने, डैम के स्पिलवे फ्लड गेट के सामने गलत तरीके से बनाए गए फ्लैटों के निर्माण की जांच करने और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने और भविष्य में इस प्रकार के नुकसान की रोकथाम के लिए विशेष योजना बनाने की मांग की है। विजय बंसल ने बताया कि अभी तो केवल आई बाढ़ ने इतनी बड़ी तबाही मचाई है यदि कौशल्या डैम टूट गया तो इससे सूरजपुर, रामपुर सियुडी, अमरावती कॉलोनी, चंडीमंदिर, बीडघगर और पंचकूला, चंडीगढ तक के कितने सेक्टर तबाह हो जाएंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
Next Story