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उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने जगदीप धनखड़ को घोषित किया उम्मीदवार, देवीलाल ने बनाया था पहली बार सांसद

Gulabi Jagat
17 July 2022 5:29 AM GMT
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने जगदीप धनखड़ को घोषित किया उम्मीदवार, देवीलाल ने बनाया था पहली बार सांसद
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़

चंडीगढ़: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया (Vice President Election 2022) है. जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए जाने पर हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने उन्हें बधाई दी है. धनखड़ ने केंद्र का आभार जताते हुए कहा कि एनडीए के निर्णय से देश को एक दूरदर्शी उपराष्ट्रपति मिलेगा.

क्या है जगदीप धनखड़ का हरियाणा कनेक्शन- जगदीप धनखड़ अपने समय के अधिकांश जाट नेताओं की तरह देवीलाल चौटाला से जुड़े हुए थे. तब युवा वकील रहे धनखड़ का राजनीतिक सफर तब आगे बढ़ना शुरू हुआ जब देवीलाल ने साल 1989 में उन्हें कांग्रेस का गढ़ रहे झुंझुनू लोकसभा सीट से विपक्षी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा था. इस चुनाव में जगदीप धनखड़ ने जीत दर्ज की थी.
चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल से हुई शुरुआती शिक्षा : राजस्थान के झुंझुनू जिले के सुदूर गांव किठाना (जनजातीय क्षेत्र) में 18 मई 1951 को किसान गोकुलचंद धनखड़ के यहां जन्मे धनखड़ ने गांव से पांचवीं तक की पढ़ाई के बाद गरधाना के सरकारी मिडिल स्कूल में दाखिला लिया. उसके बाद अपनी स्कूली शिक्षा चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल से पूरी की. जाट समुदाय से आने वाले धनखड़ ने भौतिकी में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी किया. उस परिवार में जहां पहले कोई वकील नहीं था, उन्होंने वकालत में काफी नाम कमाया. उन्होंने 1977 से राजस्थान उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की थी. 1986 में मात्र 35 वर्ष की उम्र में ही धनखड़ राजस्थान हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बने. वे बार कांउसिल के भी सदस्य रहे हैं. धनखड़ ने राजस्थान हाइकोर्ट और भारत के सर्वोच्च न्यायालय दोनों में प्रैक्टिस की.
हरियाणा के डिप्टी सीएम द्वारा किया गया ट्वीट
झुंझुनू से पहली बार चुने गए सांसद : जगदीप धनखड़ साल 1990 के दौरान वीपी सिंह की सरकार में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. 1991 में उन्होंने जनता दल छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली. 1991 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर अजमेर से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के रासासिंह रावत से हार गए. 1993 में धनखड़ अजमेर जिले के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधानसभा के लिए चुने गए. 2003 में उनका कांग्रेस से मोह भंग हुआ और उन्होंने वसुंधरा राजे के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. लोकसभा और राजस्थान विधानसभा दोनों में वह महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा रहे. वह राजस्थान ओलंपिक संघ और राजस्थान टेनिस संघ के अध्यक्ष भी रहे. बाद में जुलाई 2019 में उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया.
जगदीप धनखड़ कुशल प्रशासक और बेहतर व्यक्तित्व- ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि जगदीप धनखड़ एक कुशल प्रशासक और एक बेहतर व्यक्तित्व है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने साबित किया है किस तरह सामंजस्य बैठाकर और दृढ़ता से अपने निर्णय लेने में वे सक्षम है. निश्चित ही उनके उप राष्ट्रपति बनने से देश को फायदा होगा. चूंकि वे किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए वे एक साधारण आदमी के सामने होने वाली परेशानियों को भी महसूस कर सकते हैं.
दुष्यंत चौटाला ने किया ट्वीट-हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जगदीप धनखड़ को एनडीए (NDA)के उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट में कहा, जननायक चौधरी देवीलाल जी के साथ राजनीति की शुरुआत करने वाले किसान पुत्र श्री जगदीप धनखड़ जी को उप-राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और एनडीए के सभी दलों का आभार प्रकट करता हूं. जगदीप धनखड़ जी को हार्दिक बधाई.
Source: etvbharat.com
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