हरियाणा

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- संसद सत्र से पहले सरकार किसानों की मांगें मान ले, नहीं तो संसद में खोलेंगे सरकार की पोल

Renuka Sahu
7 July 2022 6:11 AM GMT
MP Deepender Hooda said- Before the Parliament session, the government should accept the demands of the farmers, otherwise the government will open the polls in Parliament
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फाइल फोटो 

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में किसान विरोधी सरकार चल रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में किसान विरोधी सरकार चल रही है। उन्होंने बालसमंद में मुआवजे की मांग को लेकर 56 दिनों से ज्यादा समय से जारी किसानों के धरने पर पहुंचकर उनकी मांगों को समर्थन दिया। दीपेन्द्र ने किसानों की मांगों को जायज बताते हुए कहा कि इस भीषण गर्मी में इतनी बड़ी संख्या में किसान अग्निपरीक्षा दे रहे हैं, इससे स्पष्ट है कि उनकी मांगें जायज हैं। सरकार इनकी मांगे मानने में जरा भी देर न करे और तुरंत खरीफ 2020 एवं खरीफ 2021 का मुआवजा दे। दीपेंद्र ने सरकार को चेताया कि 18 जुलाई से शुरु हो रहे संसद सत्र से पहले सरकार किसानों की मांगे मान ले नहीं तो देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद में सरकार की पोल खोलेंगे।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार यह न भूले कि हरियाणा में मजबूत विपक्ष है। विधानसभा का मानसून सत्र शरू होते ही इस मुद्दे पर विपक्ष द्वारा काम रोको प्रस्ताव लाया जाण्गा। जब तक किसानों के मुआवजे की मांगों का समाधान नहीं होता विधानसभा में पूरा विपक्ष बालसमंद तहसील के साथ एकजुट खड़ा रहेगा।
हुड्डा ने कहा कि संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन बालसमंद तहसील के मुआवजे की मांग उठाई जाएगी। जैसे किसान आंदोलन के समय लड़ाई लड़ी थी वैसे ही बालसमंद तहसील के लिए विधानसभा से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल आदि मौजूद थे।
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