हरियाणा

छह लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं खुले में, डीसी ने अधिकारियों से जवाब मांग

Kavita Yadav
20 April 2024 4:43 AM GMT
छह लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं खुले में, डीसी ने अधिकारियों से जवाब मांग
x
कैथल: की चीका की मंडियों में लगभग साढ़े नौ लाख क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी थी, जिसमें से लगभग नौ लाख क्विंटल गेहूं सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड व डीएफएससी ने खरीदा है। जानकारी के अनुसार डीएफएससी ने तो अपने हिस्से का कुछ गेहूं का मंडी से उठान करवाया है।
कैथल की चीका की अनाज मंडी में आसमान तले छह लाख क्विंटल से अधिक गेहूं की फसल की पड़ी है। सीजन शुरू होने के 18 दिनों बाद भी गेहूं का एक भी कट्टा गोदामों तक नहीं पहुंचाया गया है। यह जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त कैथल प्रशांत पंवार ने गहरी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों, मंडी एसोसिएशन व संबंधित ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाई है।
चीका मंडी में गेहूं के उठान में हो रही देरी की सूचना के बाद बृहस्पतिवार को उपायुक्त प्रशांत पंवार चीका पहुंचे थे। अपने चीका दौरे के दौरान उपायुक्त ने मंडी का निरीक्षण किया और उसके बाद मार्केट कमेटी कार्यालय में अधिकारियों व आढ़तियों की बैठक ली। बैठक में डीएफएससी निशांत राठी, डीएम हैफेड कृष्ण श्योराण, एसडीएम गुहला कृष्ण कुमार, नायब तहसीलदार सुरेश कुमार सहित स्थानीय अधिकारी भी मौजूद थे। डीसी ने गेहूं उठाने में हो रही देरी पर अधिकारियों से जवाब मांगा।
इस दौरान मंडी प्रधान जयपाल गर्ग व मांगे राम जिंदल सहित कई आढ़तियों ने गेहूं उठाने में तेजी लाने के लिए उपायुक्त के समक्ष अपने सुझाव रखे। इस दौरान डीसी ने मंडी में गेहूं उठान का कार्य कर रहे ठेकेदार जगजीवन पाल सिंह व प्रगट सिंह से भी जवाबतलबी करते हुए उठान के काम में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए।
बृहस्पतिवार तक चीका की मंडियों में लगभग साढ़े नौ लाख क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी थी, जिसमें से लगभग नौ लाख क्विंटल गेहूं सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड व डीएफएससी ने खरीदा है। जानकारी के अनुसार डीएफएससी ने तो अपने हिस्से का कुछ गेहूं का मंडी से उठान करवाया है लेकिन खरीद शुरू होने के 18 दिनों बाद भी हैफेड अपने हिस्से की गेहूं का एक भी कट्टा गोदामों तक नहीं पहुंचा पाया है। बैठक के बाद उपायुक्त ने हैफेड के गोदामों का भी निरीक्षण किया।
किसानों की सुविधा के लिए भी दिए निर्देश
गुहला अनाज मंडी के दौरे के दौरान डीसी प्रशांत पंवार ने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि किसानों की सुविधा के लिए बिजली, पानी, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं निरंतर ठीक प्रकार से होनी चाहिए। उन्होंेन कहा कि संबंधित एजेंसिया और ट्रांसपोर्टर उठान का कार्य तेजी से करें, ताकि मंडी में अपनी फसल को लेकर आने वाले दूसरे किसानों को जगह और जाम जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़े। इस मौके पर उन्होंने किसानों व आढ़तियों से बातचीत करके उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने दौरे के दौरान हैफेड गोदाम का निरीक्षण किया और पूर्ण फीडबैक ली। इस मौके पर एसडीएम कृष्ण कुमार, डीएफएससी निशांत राठी, मार्केट कमेटी सचिव सतबीर राविश तथा संबंधित खरीद एजैंसियों के अधिकारी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने राइस मिलरों से मांगा सहयोग
चीका दौरे के दौरान उपायुक्त ने राइस मिलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की भी बैठक ली और उनसे अपने वाहनों द्वारा गेहूं को गोदामों तक पहुंचने में एजेंसियों का सहयोग करने को कहा। राइस मिलर सतीश कंसल व मुकेश गोयल ने उपायुक्त को भरोसा दिलाया कि खरीद एजेंसियां अनलोड के लिए प्वाइंट बताए, राइस मिलर अपने वाहनों से गेहूं को गोदामों तक पहुंचाने में हर संभव सहयोग करेंगे।
हमेशा रही उठान की समस्या
चीका अनाज मंडी में गेहूं के सीजन में हर साल उठान की समस्या देखने को मिलती है। गेहूं उठान का कार्य करने वाला ठेकेदार टेंडर तो छुड़ा लेते हैं लेकिन समय पर पर्याप्त वाहन उपलब्ध नहीं करवाते। दूसरी तरफ आढ़तियों की आपसी खींचतान व चहेतों को फायदा पहुंचाने की सोच भी उठान के कार्य को सुचारु रूप से नहीं चलने देते जिसके चलते सीजन गुजरने के कई महीनों बाद तक गेहूं मंडी में खुले आसमान के नीचे सड़ता रहता है।
Next Story