हरियाणा
मानसून में बारिश, पिछले 10 सालों में हरियाणा का कुछ यूं रहा रिकार्ड
Gulabi Jagat
10 July 2022 12:19 PM GMT
x
बीते 122 साल में ऐसे कुछ मौके हरियाणा में आए जब मानसून ने जमकर लोगों को भिगोया और बाढ़ जैसे हालात पैदा हुए। लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ, जब मानसून सिर्फ अपनी हाजिरी लगाकर निकल गया।
बीते साल की आंकड़ों पर नजर मारें, तो हरियाणा के चार जिले अंबाला, यमुनानगर, फरीदाबाद व पंचकूला ऐसे रहे, जहां पर सामान्य से काफी कम बरसात रिकार्ड की गई है। अंबाला और पंचकूला में तो बरसात काफी कम हुई, साथ ही चंडीगढ़ भी मानसून की बेरुखी से अछूता नहीं रहा। आंकड़े बताते हैं कि मानसून की मेहरबानी कभी अधिक रही मो कभी काफी कम रही।
साल 2021 में प्रदेश में यह रही स्थिति
जिला बरसात(एमएम) मिलीमीटर कमी/अधिकता
अंबाला 596.5 -30 प्रतिशत
भिवानी 340.0 12 प्रतिशत
चरखी दादरी 521.0 22 प्रतिशत
फरीदाबाद 569.7 -2 प्रतिशत
फतेहाबाद 522.7 89 प्रतिशत
गुरुग्राम 738.9 47 प्रतिशत
हिसार 555.2 79 प्रतिशत
झज्जर 759.7 102 प्रतिशत
जींद 564.4 41 प्रतिशत
कैथल 623.6 80 प्रतिशत
करनाल 675.1 24 प्रतिशत
कुरुक्षेत्र 630.9 26 प्रतिशत
महेंद्रगढ़ 582.3 43 प्रतिशत
नूंह 574.2 14 प्रतिशत
पलवल 477.9 12 प्रतिशत
पंचकूला 519.7 -44 प्रतिशत
पानीपत 718.4 50 प्रतिशत
रेवाड़ी 628.5 45 प्रतिशत
रोहतक 559.1 11 प्रतिशत
सिरसा 269.1 27 प्रतिशत
सोनीपत 962.5 84 प्रतिशत
यमुनानगर 773.7 -6 प्रतिशत
हरियाणा 571.3 30 प्रतिशत
हरियाणा में यह है मानसून का 121 साल का इतिहास
मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि साल 1900 से लेकर 2021 तक कई ऐसे मौके आए, जब मानसून ने जमकर भिगोया या फिर दगा दे गया। साल 1988 में हरियाणा ने मानसून में लोगों को जमकर भिगोया। इस साल में 1108.8 मिलीमीटर (एमएम) बारिश रिकार्ड की गई, जबकि सामान्य बारिश का अनुमान 603.3 एमएम का था। इसी तरह 1933 में 826.9 एमएम तथा 1955 में 939 एमएम बारिश रिकार्ड हुई। इसके अलावा साल 1918 में हरियाणा प्रदेश में 196.2 एमएम बारिश रिकार्ड की गई।
बीते दस सालों में बारिश का रिकार्ड
बीते दस सालों की बात करें तो प्रदेश में साल 2011 में 374.4 एमएम बारिश रिकार्ड हुई, जो सामान्य से 19 प्रतिशत कम रही। इसी तरह साल 2018 में 415.2 एमएम बारिश रिकार्ड हुई, जो सामान्य से 10 प्रतिशत कम है। साल 2020 में प्रदेश में 376.1 एमएम बरसात रिकार्ड हुई है। दूसरी ओर साल 2021 से 2017 तक, लगातार पांच साल, हरियाणा में सामान्य से कम बरसात रिकार्ड हुई है।
Next Story