प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चीन सीमा पर स्थित देश के अंतिम गांव माणा से जीवंत ग्राम कार्यक्रम की शुरुआत की जा सकती है। हालांकि प्रशासन ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार किया है। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी 21 अक्तूबर को बदरीनाथ धाम में ही रात्रि प्रवास करेंगे।
इस बार से बजट में केंद्र सरकार ने मुख्य रूप से चीन सीमा क्षेत्र में स्थित गांवों के लिए जीवंत ग्राम कार्यक्रम की घोषणा की थी। योजना के तहत इन गांवों को बुनियादी सुविधाओं से लैस करना है। कार्यक्रम के तहत इन क्षेत्रों में पलायन रोकने पर भी फोकस रहेगा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अंतिम गांव माणा से कर सकते हैं।
माणा गांव के ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के 21 और 23 अक्तूबर के बीच माणा गांव पहुंचने की सूचना मिली है। प्रधानमंत्री गांव में जीवंत ग्राम कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं। माणा गांव स्थित आर्मी कैंप परिसर में प्रधानमंत्री की जनसभा भी प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री ग्रामीणों से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के बाद मास्टर प्लान के कार्यों को भी जांचेंगे। सूत्रों के अनुसार, पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से प्रधानमंत्री के संभावित कार्यक्रम को लेकर बैठकें भी आयोजित की जा रही हैं। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
चौफुला और पौंणा नृत्य से करेंगे पीएम का स्वागत
देश के अंतिम गांव माणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित कार्यक्रम को लेकर भोटिया जनजाति के ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है। ग्रामीण चौफुला और पौंणा नृत्य से प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा ने बताया कि ग्रामीणों में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर उत्साह है। गांव में सफाई अभियान भी चलाया गया है। यह हमारा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री मोदी माणा गांव पहुंच रहे हैं।
उत्तराखंड की विशेष वस्तु की जाएगी प्रधानमंत्री को भेंट
आगामी 21 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम को लेकर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। समिति द्वारा प्रधानमंत्री का केदारपुरी में भव्य स्वागत किया जाएगा। साथ ही उन्हें उत्तराखंड की विशेष पहचान वाली वस्तुओं को प्रतीक चिह्न के रूप में भेंट किया जाएगा।
बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का केदारनाथ से विशेष स्नेह रहा है। उन्होंने अस्सी के दशक में गरुड़चट्टी में डेढ़ माह तक साधना भी की थी। इसलिए, उनका इस क्षेत्र से विशेष स्नेह है। इस बार, समिति द्वारा प्रधानमंत्री का केदारनाथ मंदिर परिसर में भव्य स्वागत किया जाएगा। साथ ही उन्हें उत्तराखंड की पहचान से जुड़ी वस्तुएं प्रतीक चिह्न के रूप में भेंट की जाएगी। प्रधानमंत्री को तुलसी की माला, रुद्राक्ष की माला और केदारनाथ का प्रसाद भी भेंट किया जाएगा। 18 अक्तूबर तक सभी तैयारियां पूरी कर दी जाएगी।