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कैथल :- हरियाणा के कैथल के पुंडरीक में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का लाखो क्विंटल गेहूं खराब हो गया. बता दें कि अभी तक इस मामले में किसी प्रकार की कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले में जो भी अधिकारी लापरवाह है, उनके खिलाफ चार्जशीट करने के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है. खबरें सामने आ रही है कि इस गेहूं से खाद और शराब बनाई जाएंगी. इसी दिशा मे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से इसे बेचने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है.
खाद्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही ने बढ़ाई सरकार की चिंता
सोनीपत, चीका व महाराष्ट्र के ठाणे की फर्मो को टेंडर जारी किया गया. कुरुक्षेत्र, Karnal, कैथल और फतेहाबाद के प्लीथो पर यह गेहूं लगा था. बता दें कि यह अनाज गरीबों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दिया जाना था, अब इसका उपयोग खाद, शराब और पशुओं व मुर्गियों के फीड के लिए किया जाएगा. अभी शुरुआत में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से 44 हजार मैट्रिक टन गेहूं के लिए टेंडर दिया गया है. इस मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग नियंत्रक प्रमोद कुमार ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिन भी अधिकारियों की इस मामले में लापरवाही होगी, उनके खिलाफ चार्जशीट की जाएगी.
दोषियों के खिलाफ जारी की जाएगी चार्जशीट
वहीं इस मामले में पूर्व डायरेक्टर मुकुल कुमार भी जांच के आदेश दे चुके हैं. पिछले कुछ दिन पहले, कैथल दौरे पर आए फूड डायरेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को इस मामले की जांच करने के आदेश जारी किए थे. रोड पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के 2 गोदाम है जिसमें लगभग 6 हजार मैट्रिक टन गेहूं है, काफी गेहूं खुले में पड़ा हुआ है. 6000 में से 3650 मीट्रिक टन गेहूं खराब हो चुका है. इस मामले पर अधिकारियों का कहना है कि बरसात में लंबे भंडारण की वजह से गेहूं खराब हुआ है. दोनों ही गोदामों में अनाज पूरी तरह से सड़ चुका है. दोनों गोदामों में सरकारी गेहूं का इतनी बड़ी मात्रा में खराब होना, एक बड़ी लापरवाही की तरफ संकेत करता है.
Gulabi Jagat
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