अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार दीवान की अदालत ने छह साल पहले अपनी गर्भवती पत्नी की हत्या करने के मामले में एक व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उन पर 60 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
अप्रैल 2019 में पुलिस में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया था कि धर्मेंद्र ने अपनी पत्नी काजल की हत्या कर दी और उसका शव एक पहाड़ी के पास झाड़ियों में फेंककर भाग गया था.
बाद में पुलिस ने धर्मेंद्र को एमजी रोड से गिरफ्तार कर लिया था. उसने कबूल किया कि पत्नी के चरित्र पर संदेह के कारण उसने पत्नी की पत्थर से मारकर हत्या कर दी थी.
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर दीपक माथुर ने अदालत को बताया कि पीड़िता की मौत सिर में चोट लगने के कारण हुई थी और मौत के समय वह पांच महीने की गर्भवती थी।
अभियोजन पक्ष द्वारा अदालत में पेश किए गए सबूतों और गवाहों के आधार पर, धर्मेंद्र को अपनी गर्भवती पत्नी की हत्या का दोषी पाया गया।