अंबाला सिटी न्यूज़: नशे पर रोक लगाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। लगातार बढ़ रहे नशा तस्करी के मामलों से पुलिस खुद भी हैरान है। लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का असर भी दिखाई नहीं दे रहा है, खासकर युवा इन नशे के चंगुल से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।पुलिस कई किलो नशा जब्त कर तस्करों की तीन करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी तक अटैच कर चुकी है। इसके बावजूद नशा तस्करी बढ़ती जा रही है। नशा न मिलने से लोग आत्महत्या कर रहे हैं। वहीं शुक्रवार को रामनगर में हुई घटना नशा तस्करी बढ़ने की पुष्टि कर रही है। यह स्थिति केवल रामनगर नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी है, जहां नशे तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं जिन रिहायशी कॉलोनी में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही है। उन क्षेत्रों से लोग जाकर किसी सुरक्षित घर की तलाश में निकल रहे हैं। इस साल में 52 केस हुए दर्जपुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो पुलिस के द्वारा चलाए गए अभियान में 6 माह में 6 किलो और 664 ग्राम अफीम मिल चुकी है। चरस और सुलफा की बात करें यह 233 ग्राम मिली है। इसके अलावा सबसे ज्यादा चूरा पोस्ट बरामद हुआ है जो कि कुल 1 क्विंटल 47 किलो और 486 ग्राम है। 6 किलो 546 ग्राम गांजा भी मिला है। ब्राउन शुगर और हैरोइन की बात करें तो वह भी 1 किलो 523 ग्राम और 662 मिली ग्राम बरामद हुआ है। इसके अलावा 213 इंजेक्शन, 9168 कैप्सूल, 35 हजार 700 टैबलेट बरादम हुई है। इस दौरान 71 लोगों को गिरफ्तार तक किया जा चुका है। इनकी कुल 3 करोड़ की प्रॉपर्टी भी अटैच की गई है। पार्षद अर्चना छिब्बड़ ने आरोप लगाया था कि नशे के खिलाफ आवाज उठाने पर उन पर हमला हुआ है।
उससे पहले उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसे लेकर दो युवाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। सिटी थाना एसएचओ रामकुमार ने बताया कि पुलिस ने दोनों ही युवाओं को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। वहां से उन्हें जमानत मिल गई।नशा बेचते दिखते हैं लड़केनशे की घटनाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। हमारी कॉलोनी में ही आए दिन लड़के दिखाई देते हैं। जो नशे बेचते और खरीदते दिखाई दे जाते हैं। पिछले दिनों पुलिस की ओर से भी रामनगर व अन्य कॉलोनी की तरफ आने वाली सड़क पर नाका लगाया था। उसका भी कोई खास असर नहीं दिखाई दिया।इस क्षेत्र में नशे का कारोबार बहुत अधिक बढ़ गया है। स्थिति यह है कि यहां पर इस तरह की घटनाओं से परेशान होकर लोग तक यहां नहीं रहना चाहते है। कई लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में यहां से निकल गए हैं। अगर ऐसे ही हालात ज्यादा समय तक रहे तो कोई भी ऐसी कॉलोनी में नहीं रुकना चाहेगा। पुलिस को करनी होगी सख्तीनशा तस्करी के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे है। पुलिस विभाग को इस ओर अधिक सख्त होना होगा। तभी इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सकती है। वरना यह मामले दिन पर दिन बढ़ते जाएंगे चाहे जितने मर्जी जागरूकता अभियान चला लें। नशा बेचने और खरीदने वालों में अधिकतर युवा शामिल हैं। अभिभावक बच्चों पर ध्यान देंपुलिस विभाग को नशे के खिलाफ ओर अधिक सख्ती से अभियान चलाना चाहिए। इससे कि इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लग सके। वहीं अभिभावकों को भी बच्चों की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए, इससे उन्हें पता चल सके कि उनका बच्चा किसी गलत रास्ते पर तो नहीं जा रहा है।