पानीपत। पानीपत जिले के गांव सोंधापुर में रात में श्मशान घाट पर तांत्रिकों तंत्र कर रहे थे जब इसकी जानकारी लोगों को हुई तो गांव के लोग श्मशान की ओर दौड़े। गांव वाले श्मशान पहुंचे तो देखा कि तंत्र क्रिया का सामान बिखरा पड़ा था और एक कब्र भी खुदी थी। यह देख कर ग्रामीण हैरान रह गये, गांववालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी गांववालों ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली कि श्मशान में तंत्र क्रिया हो रही है तो वे सभी श्मशान की ओर निकले। वहां 5 तांत्रिक तंत्र क्रिया कर रहे थे, लेकिन ग्रामीणों को आता देख वे वहां से भाग गये। गांव वाले भी तांत्रिकों को पकड़ने के लिए उनके पीछे दौड़े, लेकिन रात होने से कामयाब नहीं हुए। वापस श्मशान पहुंचे तो यहां देखा कि तंत्र का सारा सामान बिखरा था।
यहां कहीं राख बिखरी थी तो कहीं तिल्ली लगा हुआ कटा नींबू पड़ा था। शराब की बोतल भी दिखी। आटा, चावल, कैंची, मोली, सिंदूर और गोबर का उपला भी पड़ा था। सब लोग ये देख ही रहे थे कि अचानक उनकी नजर एक कब्र पर पड़ी, जिसे उन तांत्रिकों ने खोद दिया था। ये कब्र सात महीने के एक बच्चे की थी। गांववालों ने बताया कि 2 दिन पहले ही उसे यहां दफनाया था। गांव के ही एक शख्स के 7 महीने के बच्चे की बीमारी से मौत हुई थी, जिसके बाद लोगों ने बच्चे को श्मशान घाट में ही दफनाया था।रात गांव के लोगों को कुछ शक हुआ, तो वे श्मशान घाट पहुंच गए और वहां का नजारा देख उन्हें अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हुआ। 5 तांत्रिक आग जला कर क्रिया कर रहे थे। उन्होंने उस 7 महीने के बच्चे की कब्र को भी खोदा हुआ था। लेकिन उन्होंने गांव वालों की भीड़ को भांप लिया था, जो उनकी तरफ ही बढ़ रही थी। इसके बाद तांत्रिक मौका देखते ही वहां से निकल गए, लेकिन लोगों ने फिर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और जांच शुरू कर दी।