हरियाणा

स्कूल में पेड़ गिरने के मामले में प्रशासक ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान

Gulabi Jagat
12 July 2022 5:10 PM GMT
स्कूल में पेड़ गिरने के मामले में प्रशासक ने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान
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चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक ने कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल (Carmel Convent School) में पेड़ गिरने की घटना के पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान किया है. चंडीगढ़ प्रशासक ने इस हादसे की मृतक छात्रा हिराक्षी के परिवार को 20 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 10 लाख और मामूली रूप से घायल छात्रों को 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है.
8 जुलाई को चंडीगढ़ सेक्टर-9 स्थित कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में करीब 250 साल पुराना पेड़ टूटकर गिर (Tree fell in Chandigarh school) गया था. पेड़ की चपेट में आने से एक छात्रा की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हो गई. जिस वक्त ये हादसा हुआ उस समय स्कूल में लंच टाइम चल रहा था और छात्रायें खेल रही थीं. बच्चों के क्लास रूम से बाहर होने के चलते पेड़ की चपेट में ज्यादा छात्राएं आई.
पेड़ गिरने की इस घटना में 19 छात्रायें घायल हुई थीं जबकि एक छात्रा की मौत हो गई. ज्यादातर घायलों छात्राओं को चंडीगढ के सेक्टर-16 अस्पताल में भर्ती किया गया. गंभीर रूप से घायल तीन छात्राओं को चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया. जिनमें से एक छात्रा हिराक्षी की मौत हो गई. चंडीगढ के गृह सचिव नितिन यादव ने बताया कि चंडीगढ़ में जितने भी हैरिटेज ट्री हैं उन पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है.
हादसे के बाद चंडीगढ़ के जिलाधिकारी विनय प्रताप ने बताया कि नगर निगम, बागवानी और वन विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि ऐसे पेड़ों की रिपोर्ट तैयार करें जिन्हें हटाया जा सकता है. जो स्कूल, कॉलेज या सार्वजनिक जगहों पर हैं. इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होगी. चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से इसके लिए पत्र जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि इंक्वायरी कमेटी 1 हफ्ते के अंदर इसकी रिपोर्ट सौंपेगी. इस मैजिस्ट्रियल इंक्वायरी कमेटी में एसडीएम सेंट्रल, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर हॉर्टिकल्चर और रेन फॉरेस्ट ऑफिसर होंगे.
जिस पेड़ की चपेट में आने से ये हादसा (tree falls in private school) हुआ है. बताया जा रहा है कि वो 250 साल पुराना पीपल का हैरिटेज पेड़ था. जिसकी चपेट में 20 बच्चे आ गए. स्कूल के अंदर मौजूद इस पेड़ के नीचे आने से स्कूल बसें भी क्षतिग्रस्त हो गई थीं.
Gulabi Jagat

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