आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट में सोसाइटी में क्लोराइड की मात्रा अधिक मिली
चंडीगढ़ न्यूज़: सेक्टर-104 के गोदरेज समिट सोसाइटी भी रहने के लिए सुरक्षित नहीं है. आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर विश्वजीत भट्टाचार्य की रिपोर्ट में सोसाइटी के इमारतों में क्लोराइड की मात्रा से अधिक बताई है. रिपोर्ट में कहा गया कि पानी पड़ने पर इमारत में रिसाव होगा. जो इसमें लगी सरिया, कंक्रीट, सीमेंट कमजोर हो जाएगी. इससे कोई हादसा हो सकता है.
इस रिपोर्ट को लेकर बिल्डर की ओर से फ्लैट मालिकों को पैसा रिफंड करने को राजी हो गया है. लेकिन सोसाइटी निवासी बिल्डर की रिपोर्ट को मानने से मना कर दिया है. लोगों को अब चिंटल सोसाइटी जैसे हादसा होने का डर सता रहा है. इस मामले में गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड के कस्टमर साइट हेड गौरव कश्यप की ओर से मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया गया.
बिल्डर ने मई में भेजी थी सैंपल रिपोर्ट सोसाइटी के फ्लैटों से गिरते प्लास्टर को लेकर बिल्डर ने इसमें लगी मैटीरियल का सैंपल लेकर निजी एजेंसी से जांच कराई. जांच रिपोर्ट आने के बाद बिल्डर ने मई में बिल्डिंग निर्माण के सैंपल रिपोर्ट को दिल्ली आईआईटी को भेजकर राय लेने के लिए भेजा था. इसके बाद एक जून को आईआईटी प्रोफेसर ने इमारत निर्माण में क्लोराइउ की मात्रा अधिक बताया यानी सोसाइटी रहने लायक नहीं है.
बिल्डर फ्लैट खाली करने के लिए दे रहा मूलराशि सोसाइटी के लोगों का आरोप है कि आईटीआई प्रोफेसर की रिपोर्ट को लेकर बिल्डर फ्लैट खाली कराना चाहता है. कई दिनों से लगातार लोगों के साथ बैठक कर रहा है. बिल्डर की ओर से फ्लैट की मूलराशि के अलावा पैसा नहीं देगा. इसलिए बिल्डर के प्रस्ताव को मानने से मना कर दिया गया है.