हरियाणा
गृहमंत्री अनिल विज की नसीहत, किसान अपना नेता बदलें, ये किसान हितैषी नहीं
Shantanu Roy
12 Nov 2021 8:12 AM GMT
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कृषि कानूनों के विरोध में लगभग एक साल से किसान धरना (Farmer Protest Against Agriculture law) दे रहे हैं. धरने पर बैठे किसान नेता कानून वापसी को ही घर वापसी का रास्ता बता रहे हैं.
जनता से रिश्ता। कृषि कानूनों के विरोध में लगभग एक साल से किसान धरना (Farmer Protest Against Agriculture law) दे रहे हैं. धरने पर बैठे किसान नेता कानून वापसी को ही घर वापसी का रास्ता बता रहे हैं. किसान नेताओं के इन्हीं बयानों पर अब हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है. अनिल विज ने किसानों को नसीहत (Anil Vij Give Advice To Farmers) देते हुए कहा कि प्रजातंत्र में हर मुद्दा बातचीत से हल होता है. लेकिन अज्ञात कारणों से ये बातचीत के लिए आगे नहीं आ रहे. अनिल विज ने किसान नेताओं को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये नेता किसानों के ही हितैषी नहीं हैं.
गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि अब किसानों को अपने नेतृत्व से यह पूछना चाहिए कि एक साल से घरों से लाकर किसानों को धरनों पर, सडकों पर जिस मुद्दे को लेकर बैठाया हुआ है, जिस मकसद को लेकर आंदोलन किया जा रहा है उसमें कितनी प्रगति हुई है. विज ने कहा कि वैसे यह किसानों का अंदरूनी मामला है, लेकिन अगर इनका नेतृत्व बातचीत करने में सक्षम नहीं है तो इन्हें अपना नेतृत्व बदलने के बारे में और अपने वार्ताकार बदलने के बारे में सोचना चाहिए. क्योंकि जो हल निकलेगा वो बातचीत से निकलेगा.
केंद्र और भाजपा शासित राज्यों में सरकार के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने के कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के ऐलान पर भी अनिल विज ने बयान दिया. अनिल विज ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के जनजागरण अभियान का नतीजा ऐलनाबाद में सभी ने देख लिया है. विज ने कहा एक राष्ट्रीय पार्टी की जमानत जब्त हुई है. इनके बोलने से कुछ नहीं होता और इनकी करतूतों को बच्चा-बच्चा जान चुका है.
वहीं प्रदेश में वैक्सीनेशन और डेंगू को लेकर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के खिलाफ सुरक्षा चक्र मजबूत करने के लिए सरकार वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाई है. अब 2025 टीमें कोरोना से बचाव में जुटी हुई हैं और घर-घर जा कर लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है. विज ने बताया कि हरियाणा में इन दिनों कोरोना के मामलों में बड़ी गिरावट आई है और करीब डेढ़ माह से रोजाना आ रहे मरीजों की संख्या 20 से कम है.
गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 82 प्रतिशत लोगों को पहली डोज और 47 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है. विज की मानें तो सरकार ने यह लक्ष्य रखा है कि 31 दिसंबर तक हर एलिजिबल व्यक्ति को पहली डोज लगा देंगे. डेंगू के मामलों की जानकारी देते हुए विज ने कहा कि डेंगू के खिलाफ भी स्वास्थ्य विभाग ने पूरे इंतजाम किये हैं.
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