हिसार: सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट हादसे में मारे गए चारों युवकों का हुआ अंतिम संस्कार, गांव में मातम का माहौल
हरयाणा न्यूज़: जिले के उकलाना खंड के गांव बुढ़ाखेड़ा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में हादसे का शिकार हुए चारों मृतकों का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ चार युवकों का अंतिम संस्कार देख सभी की आंखें नम थी, वहीं बुढ़ाखेड़ा गांव में दुखदायी घटना से मातम का माहौल रहा। मृतक सुरेंद्र के शव को मिट्टी में दफनाया गया जबकि राजेश, महेंद्र एवं राहुल के शव का दाह संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार अवसर पर एसडीएम राजेंद्र कुमार, तहसीलदार अनील परूथी, नायब तहसीलदार रविन्द्र शर्मा, डीएसपी रोहतास सिहाग, थाना प्रभारी बलवंत सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। मामले में थाना उकलाना पुलिस ने जींद निवासी ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज किया है। राज्य मंत्री अनूप सिंह धानक, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता श्रीनिवास गोयल, जेजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राजेन्द्र लितानी, आम आदमी पार्टी के हलका चेयरमैन मनजीत सिंह रंगा, निगरानी समिति के चेयरमैन रामफल नैन, कांग्रेस नेता बृजलाल बहबलपुरिया, शेरसिंह बतरा, अनिल बालकिया, शेरसिंह कड़वासरा, पूर्व सरपंच केलाराम, राकेश मंडा, सुरेंद्र लितानी, बलराज गर्ग, जगदीश असीजा, रामकैलाश कड़वासरा, का. मिया सिंह, दयानंद ढूकिया, मक्खन लाल जोदकन, तुलसी वर्मा, बीरू गोस्वामी, रामकुमार रंगा समेत काफी संख्या में लोगों ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
मामले के अनुसार मंगलवार सायं इन चार युवाओं की बुढाखेड़ा के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में विद्युत यंत्र की मुरम्मत करते हुए जहरीली गैस के प्रभाव से मृत्यु हो गई थी। इस प्लांट के कुएं में मोटर की मुरम्मत के दौरान कर्मचारी सुरेंद्र एवं राहुल बेहोश हो गए थे। इनको बचाने के लिए ग्रामीण महेंद्र एवं राजेश भी कुएं में उतर गए थे और जहरीली गैस के प्रभाव के कारण ये भी बाहर नहीं आ सके। इस घटना की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एएसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंच गए। पांच घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने इन चार युवकों को कुएं से बाहर निकाला परन्तु तब तक सभी की मौत हो चुकी थी। देर रात तक राज्य मंत्री अनूप सिंह धानक, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल एवं आम आदमी पार्टी के हलका चेयरमैन मनजीत सिंह रंगा भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। ग्रामीण प्रशासन ने शवों को पुलिस को सौंपने से इंकार कर दिया। राज्य मंत्री के अनुरोध के बाद ग्रामीणों की एक 11 सदस्यीय कमेटी बनाई गई जिसमें पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, जेजेपी के राजेंद्र लितानी, किसान मोर्चा से सुरेंद्र लितानी, इनेलो से नरेंद्र घनघस, सर्व कर्मचारी संघ से राकेश मंडा, धूपसिंह थाकन, सीपीएम से का. मिया सिंह, पूर्व सरपंच केलाराम व तुलसी राम आदि ने मृतकों के परिजनों से संपर्क कर कानूनी प्रक्रिया के लिए मनाया। इस कमेटी के सुझाव पर तय हुआ कि मृतकों के परिजनों को 11-11 लाख रुपये ठेकेदार से दिलवाए जाएंगे जबकि पांच-पांच लाख रुपये लेबर वेल्फेयर बोर्ड की ओर से दिए जाएंगे।
मंत्री अनूप धानक ने परिजनों को एक-एक सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया। राज्य मंत्री के आश्वासन व उपायुक्त द्वारा इस घटनाक्रम की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश जारी करने के बाद ग्रामीण शव पुलिस को सौंपने के लिए तैयार हुए। इन चारों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए। शवों का बुढाखेड़ा गांव में अंतिम संस्कार किया गया।