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चंडीगढ़ः हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्य बाढ़ के बाद होने वाली समस्याओं से दो-चार हो रहे हैं। अब मौसम विभाग द्वारा जारी बारिश के पूर्वानुमान ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। चंडीगढ़ मौसम विभाग ने 11 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें दो जिले ऐसे हैं जिनमें भारी से भारी बारिश होने की आशंका है। इन जिलों में पंचकूला और यमुनानगर शामिल हैं। इसके अलावा विभाग ने अंबाला, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और चरखी दादरी में भारी बारिश को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में बाढ़ से 12 जिले प्रभावित हुए हैं। इनमें 6 जिले यमुना नदी के किनारे बसे हैं और 6 जिले घग्गर के किनारे से लगते हैं। अभी आगे भी बारिश इसी तरह होते रहने की संभावना है। 15 अगस्त तक बारिश होने के आसार हैं, लेकिन इस बारिश का थोड़ा बहुत प्रभाव रह सकता है।
गौरतलब है कि कैथल में घग्गर डेंजर लेवल से 4 फुट नीचे बह रही है। वहीं हरियाणा के सोनीपत में यमुना में गैस की पाइपलाइन लीक हो गई। यह पाइपलाइन पानीपत रिफाइनरी से उत्तर प्रदेश की तरफ जा रही है। गांव घसौली के पास पाइपलाइन लीक होते ही स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया। गैस लीकेज से यमुना में पानी के बवंडर उठने लगे। इसका पता चलते ही तुरंत पानीपत रिफाइनरी से गैस का प्रेशर कम करवाया गया।
वहीं कई गांवों में अभी भी नदी का कटाव जारी है। सूबे में बाढ़ से प्रभावित गांवों की संख्या 1465 पहुंच गई है। अब तक बाढ़ से 40 लोगों की मौत हो चुकी है। 6 लोग घायल हुए हैं और 2 लापता हैं।वहीं कैथल जिले के चीका से गुजर रही घग्गर नदी उफान पर है। यदि बारिश हुई हालात फिर से बिगड़ सकते हैं। इस समय चीका में घग्गर नदी का जलस्तर 14 फीट से बढ़कर 19 फीट हो गया है। इसका डेंजर लेवल 23 फीट है।
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