हरियाणा

ईशान अस्पताल में कैथल से आई स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने की छापेमारी

Shantanu Roy
25 Nov 2021 8:16 AM GMT
ईशान अस्पताल में कैथल से आई स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने की छापेमारी
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जिले के जगाधरी में स्थित ईशान अस्पताल (Ishan Hospital Yamunanagar) में बुधवार देर शाम कैथल स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने रेड की. आरोप है कि अस्पताल में भ्रूण की जांच कर (fetal sex test yamunanagar), उन्हें इस दुनिया में आने से पहले ही मौत के घाट उतार दिया जाता है.

जनता से रिश्ता। जिले के जगाधरी में स्थित ईशान अस्पताल (Ishan Hospital Yamunanagar) में बुधवार देर शाम कैथल स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने रेड की. आरोप है कि अस्पताल में भ्रूण की जांच कर (fetal sex test yamunanagar), उन्हें इस दुनिया में आने से पहले ही मौत के घाट उतार दिया जाता है. जिसके लिए एक बड़ी राशि में सौदा होता था. मामले की जांच के लिए कैथल स्वास्थ्य विभाग ने एक फर्जी ग्राहक को तैयार कर अस्पताल में भ्रूण की जांच के लिए सौदा किया. ये सौदा कुल 40 हजार रुपयों में हुआ.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बूडिया निवासी एक महिला सुरेशो देवी अस्पताल में भ्रूण की जांच के लिए ग्राहक लाती थी. हालांकि उससे पहले श्रीराम और करनैल सिंह नामक व्यक्ति ग्राहक को ढूंढते थे और फिर भ्रूण जांच का काम किया जाता था. इन लोगों के तार यमुनानगर से लेकर उत्तर प्रदेश तक जुड़े हुए थे, लेकिन किस अस्पताल में भ्रूण की जांच की जाती थी, इसके बारे में पता लगाना काफी कठिन था. टीम के अनुसार उन्हें इस पूरे खेल का खुलासा करने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ा. मंगलवार को उन्हें इनपुट मिला कि जगाधरी के ईशान अस्पातल में ही भ्रूण जांच का काम होता है और इस काम के लिए उन्हें 40 हजार रुपये देने होंगे.
इसके बाद फर्जी ग्राहक बनाकर स्वास्थ्य विभाग ने 40 हजार रुपए आरोपियों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. जिसके बाद जगाधरी बस स्टेंड पर ही एजेंट फर्जी ग्राहक को मिले और उसे ईशान अस्पताल में लेकर पहुंच गए. यहां फर्जी ग्राहक का अल्ट्रासाउंड कर उसके पेट में बेटी का होना बता दिया. जब आरोपी अस्पताल से बाहर निकले तो पुलिस ने इन तीनों को दबोच लिया और सीधे अस्पताल में लेकर पहुंच गए. यहां पहुंचते ही टीम ने अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीनों और डॉक्टर का पूरा रिकार्ड भी कब्जे में ले लिया. हालांकि अस्पताल संचालक अपने आप को बेकसूर बता रहा है और उसकी मानें तो वह इन लोगों को जानता तक नहीं. ऐसे में डॉक्टर स्वयं स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करने की बात भी कह रहा है.


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