हरयाणा: प्रति क्विंटल बोनस की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने फतेहाबाद में किया प्रदर्शन
हरयाणा ब्रेकिंग न्यूज़: संयुक्त किसान मोर्चा फतेहाबाद ने किसानों की विभिन्न मांगों व मुद्दों को लेकर सोमवार को डीसी दफ्तर पर प्रदर्शन किया। इसके बाद किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त प्रदीप कुमार से मिला और उन्हें भारत सरकार और मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम ज्ञापन सौंपा। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान नेता मलकीत सिंह फौजी, बलराज सिंह तूर, रविन्द्र हिजरावां और विनोद सिरढान ने की और संचालन योगेंद्र सिंह भूथन द्वारा किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार सभी किसानों को उनकी उपज का लाभकारी दाम देते हुए सभी फसलों की सरकारी खरीद सुनिश्चित करे। किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के फार्मूले के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी फसल अदानी साइलो में सीधे ले जाने के लिए बाध्य किया जा रहा है जोकि सरासर गलत है।
इस पर तुरंत रोक लगाते हुए मण्डी व्यवस्था को दुरूस्त करके खरीद प्रक्रिया को तेज किया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि अधिक तापमान के कारण इस बार गेहूं के उत्पादन में भारी कमी आई है और इसके कारण किसान को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसानों को राहत देने हुए प्रदेश सरकार गेहूं की फसल पर 500 रुपये प्रति एकड़ बोनस की घोषणा करे। इसके अलावा कई जगह गुणवत्ता का बहाना बनाकर स्वीकृत मापदंड से अधिक कटौती की जा रही है, इस पर रोक लगाई जाए। किसान नेताओं ने कहा कि क्षेत्र में अनेक स्थानों पर आगजनी के कारण किसानों की गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है। ऐसे में प्रभावित किसानों को चिन्हित कर उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। किसान नेताओं ने बताया कि नए सीजन में कपास की फसल की बिजाई शुरू हो चुकी है, इसलिए कपास नरमा के लिए अच्छे बीज मान्यता प्राप्त सरकारी संस्थान द्वारा यानि कोऑपरेटिव सोसाइटीज में उपलब्ध करवाए जाएं क्योंकि खराब बीजों के कारण पिछले साल भी बड़े पैमाने पर कपास के किसानों को नुकसान झेलना पड़ा था।
किसान संगठनों ने उर्वरकों के साथ-साथ डीजल और पेट्रोल के दामों में भारी बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग भी की। इसके अलावा इलाके के बीघड़ आदि गांवों में पिछली नरमा की बर्बाद फसल का मुआवजा अभी तक नहीं मिलने और उससे संबंधित गड़बडिय़ों से भी डीसी को अवगत करवाया गया। प्रतिनिधिमंडल में जोगिंदर सिंह भ्याना, जगबीर सिंह तूर, सुरेश गढ़वाल, कल्याण सिंह, एडवोकेट शाहनवाज, भूपेंद्र आदि मौजूद रहे।